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सरस राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला बना भारतीय हस्तकलाओं का एक अनूठा संगम

जयपुर, 18 मार्च(हि.स.)। राजीविका एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा देश भर के 22 राज्यों के हस्त निर्मित उत्पादों की प्रदर्शिनी एवं विक्रय के लिए रामलीला मैदान, जयपुर में सरस राष्ट्रीय क्राफ़्ट मेले में सैलानियों की भीड़ उमड़ी। जयपुर सरस राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले में बुधवार को लोगों ने जमकर खरीदारी की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। राजीविक के एसपीएम के.एम.नूरदीन ने बताया कि बंगाल के तांत, मुशीराबादी सिल्क, काघा की साड़ी, दक्षिण के डोकरा आर्ट, पट चित्र व लैदर पपैटरी लैम्प व पट्टू साड़ी, असम से पाटोर मै खेला चादौर, गामोर, त्रिपुरा से बांस पे नक्कासी ,नागालैण्ड से पारम्परिक आभूषण व मेघालय से बांस से निर्मित उत्पाद ,उत्तराखण्ड से जूट के बैग, सींप से बनी मूर्तियां तथा मसाले व मध्यप्रदेश से बाग प्रिंट व चन्देरी साड़ियां जो लोगों को मोहित कर रही है। मेले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में गुरुवार को फैशन शो का आयोजन किया जाना है। देशभर की महिलाएं पारंपरिक परिधान में इस फैशन शो में भाग लेंगी। भारतीय कला एवं संस्कृति का एक अनूठा संगम पेश करता सरस मेले में लघु भारत का दृश्य देखने को मिल रहा है। हिन्दुस्थानन समाचार/ संदीप/ ईश्वर

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