rajasthani-seminar-on-39mahapurush-maharana-pratap39-organized
rajasthani-seminar-on-39mahapurush-maharana-pratap39-organized

'महापुरुष महाराणा प्रताप' विषयक राजस्थानी संगोष्ठी आयोजित

बीकानेर, 12 जून (हि.स.)। राजस्थान के जाने-माने वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मदन केवलिया ने कहा कि महाराणा प्रताप ने मातृभूमि की रक्षा व स्वतंत्रता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानी व सिद्धान्तों से कभी समझौता नहीं किया। वे स्वतंत्रता.प्रेमी, सच्चे वीर व जननायक थे। प्रताप का जीवन.संदेश आज भी प्रासंगिक है, उनके द्वारा किये गए महान् कार्यों से युवाओं को हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी। केवलिया शनिवार को महाराणा प्रताप जयंती की पूर्व संध्या पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से प्रतिमान संस्थान, सादुलगंज में आयोजित 'महापुरुष महाराणा प्रताप' विषयक राजस्थानी संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप को सदैव एक राष्ट्रीय नायक के रूप में याद किया जाएगा। बीकानेर पापड़.भुजिया मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि महाराणा प्रताप ने शरण में आए लोगों को सदैव आश्रय दिया व महिलाओं के सम्मान की रक्षा की। वे छापामार युद्धकला में भी अत्यंत निपुण थे। अनेक कष्ट सहकर भी उन्होंने मातृभूमि के गौरव की रक्षा की। अकादमी सचिव शरद केवलिया ने बताया कि राजकीय डूंगर कॉलेज में सह आचार्य डॉ. ऐजाज अहमद कादरी, एम.डी.डिग्री महाविद्यालय, बज्जू के प्राचार्य डॉ. मिर्जा हैदर बेग ने भी विचार रखे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in