कालू और कान्हा की पहचान कालेबलिया के निवासी के रूप में हुई है। दोनों को कोर्ट POCSO के तहत दोषी पाया और मामले से जुड़े सात अन्य आरोपी व्यक्तियों को बरी कर दिया।