अपडेट..........जयपुर, 22 मार्च (हि. स.)। राजस्थान के रेगिस्तान में रविवार रात से छाए रेत के बबंडर के बीच सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से एक बार फिर मौसम बदल गया। प्रदेश के जयपुर, अलवर, अजमेर, सीकर, भीलवाड़ा, टोंक, झुंझुनूं सहित प्रदेश के कई जिलों में दोपहर बाद बारिश के साथ ओले गिरे। बारिश और ओलों ने तापमापी का पारा तो गिरा दिया, लेकिन खेतों में खड़ी और कटी फसलों को नुकसान पहुंचा। झुंझुनूं जिले के उरीका में बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। मौसम विभाग केन्द्र जयपुर के निदेशक आरएस शर्मा के अनुसार मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के असर से हुआ है। उन्होंने बताया कि 23 मार्च को भी पूर्वी राजस्थान के जिलों में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, जयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, बूंदी सहित अन्य जिलों में मंगलवार दोपहर बाद बादल छाए रहेंगे। तेज धूलभरी आंधी चलेगी। इसके साथ ही कई जगह बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। 24 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होगा और एक बार फिर राज्य में मौसम शुष्क होने लगेगा। प्रदेश में सोमवार को जहां-जहां बारिश और ओले गिरे, वहां सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला-बदला रहा। जयपुर में दोपहर बाद बादल छा गए और शाम होते-होते धूलभरी आंधी चलने लगी। आंधी के साथ उड़ी धूल-मिट्टी से पूरा आसमान मटमैला हो गया। मिट्टी उडऩे से दुपहिया वाहन चालकों को गाड़ी चलाने में परेशानी हुई। जयपुर में आसपास के इलाके में बारिश के साथ ही ओले गिरे। अजमेर में सुबह से धूल का गुबार छाया रहा। इसके कारण विजिबिलिटी 200 मीटर तक ही रही। दोपहर 4 बजे धूल भरी आंधी चलने लगी और बूंदाबांदी शुरू हो गई। इस दौरान कईं जगहों पर ओले भी गिरे। अलवर में शाम करीब 4.30 बजे कई जगहों पर बारिश हुई। बादलों की तेज गर्जना के साथ बिजली चमकी। टोंक जिले में टोडारायसिंह सहित कई जगह बारिश, ओले व अंधड़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भीलवाड़ा के बदनौर में शाम को कई जगह तेज बरसात हुई और करीब 30 मिनट ओले भी गिरे। ओलों का आकार चने व बेर जैसा था। जोधपुर व बाड़मेर में आंधी से जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। 60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से चले अंधड़ से जबरदस्त तबाही मची। कई कच्चे मकानों की छतें उड़ गई, तो खेत में काटकर रखी उपज उडऩे से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ क्षेत्र स्थित उरीकी कस्बे में बिजली गिरने से युवक की मौत हो गई। प्रीतम सिंह (25) पुत्र कमेर सिंह राजपूत अपने परिवार के साथ खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान बूंदाबांदी शुरू हो गई। सभी लोग खेत में बने छप्पर के नीचे बैठ गए। जहां अचानक आकाशीय बिजली गिर गई। इससे प्रीतम गंभीर रूप से झुलस गया। परिजन उसे नजदीक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर