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जेब जलाता पेट्रोल: वामपंथी संगठनों ने पैदल बाइक रैली निकाल दर्शाया विरोध

उदयपुर, 30 जून (हि.स.)। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों से त्रस्त जनता की आवाज को केन्द्र सरकार तक पहुंचाने के लिए वामपंथी संगठनों ने बुधवार को उदयपुर में विरोध प्रदर्शन किया। संगठनों के कार्यकर्ता अपनी मोटरसाइकिलों को पैदल चलाते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां बढ़ते दामों के विरोध में ज्ञापन दिया गया। रैली में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी शहर सचिव और पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने कहा कि महंगाई अपनी चरम सीमा पार कर चुकी है। खाद्य तेल के दाम, पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी वृद्दि हो गई है जिससे आम आदमी का गुजारा करना मुश्किल हो गया है। एक तो करोना की मार से रोजगार छिन जाने से आम आदमी वैसे ही परेशान है, ऊपर से महंगाई का इस कदर बढ़ जाने से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है, दूसरी तरफ एक गरीब आदमी को जो थोड़ा बहुत काम कर अपने और अपने परिवार का पेट पालता है ये सरकार उसको काम भी नहीं करने दे रही है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के हिम्मत चांगवाल ने कहा कि 2014 से पहले भाजपा विपक्ष में थी तब गला फाड़ कर चिल्लाते थे कि उनकी सरकार आई तो पेट्रोल 35 रुपये लीटर कर देंगे और गैस के दाम जो उस समय 300 रुपये होते थे उसको भी कम कर देंगे। गैस सिलेन्डर ले कर स्मृति ईरानी, रवि शंकर, जावडेकर आदि दिल्ली के जंतर मंतर पर रैलियां कर कहते थे कि वे सत्ता में आए तो महंगाई घटायेंगे, पर अब कहते हैं कि पेट्रोल के दाम उनके हाथ में नहीं हैं। रैली में भाकपा माले, एमसीपीआईयू और अन्य जनसंगठनों के पदाधिकारियों ने भी दाम घटाने की मांग की। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/संदीप

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