नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। पीएम मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के सीकर में कांग्रेस की सरकार पर हमला करते हुए जमकर खिंचाई की। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि अगर लाल डायरी के पन्ने खुलेंगे तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे। जी हां पीएम ने वहीं लाल डायरी का किस्सा छेड़ा है जिसने हाल में ही राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
आखिर क्या है लाल डायरी का बवाल?
बता दें कि राजस्थान में मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने हाल में ही महिला सुरक्षा को लेकर मुद्दा उठाया जिसके बाद उनकी पार्टी के विधायक उन पर हमलावर हो गए। इसके बाद राजस्थान के सीएम गहलोत ने उन्हें मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद वह अगले दिन लाल डायरी लेकर विधानसभा पहुंचे और वहां पर उसे लहरा कर अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के सामने डायरी लहराते हुए गुढ़ा ने कहा कि मुझे बोलने दिया जाए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप मेरे चैंबर में आकर अपनी बात रखिए। बता दें कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने मणिपुर मामले को लेकर ही बयान दिया था कि हमें दूसरे राज्य के बारे में नहीं बल्कि अपने राज्य में हो रही महिला हिंसा के बारे में देखना चाहिए। सदन में मंत्री के बयान के बाद से ही भाजपा हमलावर हो गई और सरकार को घेरने लगी। सदन में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने इस मुद्दे को उठा कर सरकार से कई सवाल कर डाले।
पीएमओ और गहलोत के बीच ट्विटर पर जंग
बता दें कि इससे पहले पीएम ने सीकर से ही देश के आठ करोड़ किसानों के खाते में 17 हजार करोड़ रुपये ट्रांसकर कर किसानों को राहत दी। इसी कार्यक्रम को लेकर पीएम और सीएम में विवाद हो गया था जिसके बाद दोनों ओर से ट्वीट कर अपनी बात रखी गई। सबसे पहले सीएम ने ट्वीट कर पीएम को बताया कि आपकी तरफ से मेरे भाषण को हटा दिया गया है, जो की सरकारी कार्यक्रम का हिस्सा था। इसके बाद पीएम ने भी जवाब देते हुए कहा कि आपके कार्यालय की तरफ से बताया गया कि आप बीमार हैं। पैरों में तकलीफ है इसलिए नहीं आ पाएंगे। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं और राजस्थान को नई सौगात के लिए शुभकामनाएं देता हूं।