plants-of-giloy-ashwagandha-tulsi-and-kalmegh-will-be-distributed-from-house-to-house-in-the-monsoon-season
plants-of-giloy-ashwagandha-tulsi-and-kalmegh-will-be-distributed-from-house-to-house-in-the-monsoon-season

मानसून सत्र में घर-घर बांटे जाएंगे गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी और कालमेघ के पौधे

अलवर, 10 जून (हि.स.)। घर-घर औषधी योजना के तहत कोरोना से बचाव के लिए जिले में हर एक परिवार को चार औषधीय पौधे इस मानसून में जिला प्रशासन की ओर से वितरित किए जाएंगे। यह कहना है जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया का। वह गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि अलवर जिले में इस मानसून में 28लाख औषधीय पौधे तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ लगाने का उनका टारगेट है। इस मानसून सत्र में 50 प्रतिशत पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा अगले मानसून में 50 प्रतिशत पौधे लगाए जाएंगे। इस संबंध में उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। एनसीसी, स्काउट गाइड का लेंगे सहयोग उन्होंने बताया कि उपखंड स्तर पर भी बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें वन विभाग के अधिकारी नोडल अधिकारी होंगे। इस कार्य मे सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एनसीसी, स्काउट गाइड, पुलिस मित्र, एनएसएस आदि के सहयोग से इस कार्य को किया जाएगा। पहले फेज में सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों को औषधिय पौधे वितरित किए जाएंगे। यह चार पौधे हर घर में होंगे तो उस परिवार का इम्यूनिटी सिस्टम हमेशा मजबूत बना रहेगा। भारत की संस्कृति हमेशा आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्दति में विश्वास रखती है। इसका कोई साइड इफेक्ट शरीर पर नहीं होता। हिन्दुस्थान समाचार/ मनीष बावलिया/ ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in