इतिहासकार डॉ. उपाध्याय को दी ऑनलाइन श्रद्धांजलि
अजमेर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। शिक्षाविद व इतिहासकार डॉ. नवल किशोर उपाध्याय के आकस्मिक निधन के बाद भारतीय इतिहास संकलन समिति, सम्राट पृथ्वीराज समारोह समिति, महाराजा दाहरसेन समारोह समिति के संयुक्त तत्वावधान में एक ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्घांजलि सभा में पूर्व सांसद ओंकारसिंह लखावत ने कहा कि डॉ. उपाध्याय अजमेर के इतिहास में नक्षत्र के समान थे व इतिहास के चलते फिरते शब्दकोष थे। शिक्षाविद प्रो. शिवदयाल सिंह ने अपने अनुभवों के आधार पर बताया कि उपाध्याय साहब जब महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में शोध निर्देशक के पद पर कार्यरत थे तो उन्होने कई नवाचारों का प्रयोग करते हुए विभिन्न ऐतिहासिक गोष्ठियों का आयोजन करवाया। इतिहासकार व शिक्षाविद पीसी चांदावत तथा कंवल प्रकाश ने कहा कि इतिहासकार डॉ. उपाध्याय को अजमेर के इतिहास में हमेशा एक इतिहास वक्ता के रूप में जाना जाएगा। पारिवारिक सदस्य ललिता शर्मा ने डॉ. उपाध्याय के जीवन से सम्बन्धित कविता के माध्यम से श्रद्धांजली अर्पित की। उनकी पु़त्री सोनल व दामाद ने भी अपने जीवन अनुभव साझा किए। संचालन व्याख्याता डॉ. हरीश बेरी ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in