बजट से अल्पसंख्यक समाज निराश : एम. सादिक खान
जयपुर, 24 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष एम. सादिक खान ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के बाद राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बजट पिटारा इस बार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए काफी मायूसी वाला रहा। बुनियादी बिंदुओं को छोड़ इस बार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बजट में न कोई नई घोषणा की गई न ही पहले से जारी किसी योजना को मजबूती देने पर ध्यान दिया गया। बजट स्पीच से इस बार मदरसा शब्द नदारद था। न ही तालीम को बढ़ावा देने की बात न ही अल्पसंख्यक समुदाय के लिए नया कोई प्लान, एमएसडीपी योजना के तहत पहले जारी कार्य बजट में रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट से पहले उर्दू से लेकर मदरसा और तालीम से लेकर रोजगार को लेकर कई मांगे अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से सरकार को पहुँचायी गयी। मामले में अल्पसंख्यक समुदाय के और अल्पसंख्यक मामलात विभाग के मंत्री से लेकर समाज के सभी विधायकों से भी मांगे पहुँचायी गयी। लेकिन इस बजट में भी मदरसा पैरा टीचर्स की मांगों पर कोई नतीजा सामने नहीं आया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी उन्होंने कहा कि इस पूरी स्पीच में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कोई नई योजना की बात नहीं की गयी। न वक्फ जायदादों की सुरक्षा पर बात हुई, न कब्रिस्तान के विकास पर बात हुई। हज हाउस को भी इस बार बजट से दूर रखा गया। कई संगठनों ने 8 से 14 सूत्रीय मांगे भेजी थी। लेकिन बजट में मंच अनुसार कुछ नजर नहीं आया। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप