आठ लाख पौधों से हरीभरी होगी झुंझुनू की वसुंधरा
आठ लाख पौधों से हरीभरी होगी झुंझुनू की वसुंधरा

आठ लाख पौधों से हरीभरी होगी झुंझुनू की वसुंधरा

झुंझुनू, 23 जुलाई(हि.स.)। मानसून के आगमन के साथ ही पूरे जिले में पौधारोपण कार्यक्रम जोरों शोरों पर चल रहा है। कोई घर तो कोई सार्वजनिक स्थलों को हरा भरा बनाने का संकल्प ले रहा हैं। वन विभाग की ओर से जिले भर में लगवाने के लिये इस बार आठ लाख पौधें तैयार किए गए थे। जिनमें अब तक करीब छह लाख पौधे बिक चुके हैं। जबकि दो लाख पौधे अभी शेष बचे हैं। वन विभाग इन पौधों को सरकारी दर पर लोगों को उपलब्ध करवाने में जूटा हुआ है। इन पौधों की दर मात्र पांच रुपए प्रति पौधा रखी गई है। जबकि सरकारी संस्थाओं के लिए एक रुपया प्रति पौधा की दर से बेचें जा रहे हैं। जिला वन अधिकारी राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि जिले की झुंझुनू रेंज की दोरासर, चुड़ैला, बीड़ नर्सरी, नवलगढ़ रेंज में नवलगढ़, घोड़ीवारा नर्सरी, खेतड़ी रेंज से चिरानी नर्सरी, उदयपुरवाटी रेंज से इंद्रपुरा, धनावता एवं चिड़ावा रेंज से काजड़ा नर्सरी में पौधे तैयार किये गये हैं। इन नर्सरियों में मुख्य रूप से तैयार गुलमोहर, सतावरी,नीम गिलोय,सिरस,करंज, अश्वगंधा,सैंजना,चिरमी, सोनामुखी, पापड़ी, नींबू, अमलतास, बीलपत्र, शीशम, आंवला एवं सीताफल आदि औषधीय पौधों के अलावा नीम,अरडू,बड़, पीपल जैसे छायादार तथा फूलदार, फलदार पौधे भी उपलब्ध हैं। वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो कोरोना महामारी के चलते गिलोय के पौधे काफी संख्या में बिक रहे हैं। लोग गिलोय को काढ़े के रूप में उपयोग ले रहे हैं। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। झुंझुनू रेंज में इस वर्ष डेढ़ लाख पौधे तैयार किए गए हैं। रेंजर रणजीत खींचड़ ने बताया कि दोरासर, चुड़ैला एवं बीड़ नर्सरी में कुल तैयार डेढ़ लाख पौधे में से 95 हजार पौधे वितरित किए जा चुके हैं। नवलगढ़ रेंज में इस बार 70 पौधे वितरित का लक्ष्य रखा गया था। रेंजर रतनसिंह पूनिया ने बताया कि घोड़ीवारा एवं नवलगढ़ स्थित दोनों नर्सरियों में से अब तक कुल 28 हजार पांच सौ पौधे वितरित किए जा चुके हैं। हिन्दुस्थान समाचार / रमेश सर्राफ / ईश्वर-hindusthansamachar.in

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