Makar Sankranti Special: शहरों में दिखी संक्रांति की धूम, दुकानों में सजी पतंगे, मांझों की बढ़ी डिमांड

Makar Sankranti Special: मकर संक्रांति का एक दिन बचा है, लेकिन इस त्योहार से पहले ही राजधानी जयपुर की दुकानें पतंग और साज सजावट के सामानों से सज चुकी है।
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जयपुर, हि.स.। मकर संक्रांति का एक दिन बचा है, लेकिन इस त्योहार से पहले ही राजधानी जयपुर की दुकानें पतंग और साज सजावट के सामानों से सज चुकी है। परकोटे में चारों तरफ दुकानों में रंग बिरंगी पतंगे और सजावट के समान दिखाई देने लगे हैं। बाजार में तरह-तरह के नेताओं की पतंगे भी लोगों को बहुत पसंद आ रही है। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं की पतंगे आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

दुकानों में बरेली के मांझे की स्पेशल डिमांड

हर बार की तरह इस वर्ष भी दुकानों में बरेली के बने मांझे की ग्राहक स्पेशल डिमांड कर रहे हैं। मांझे में लाल और काला रंग लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। मांझे की स्पेशल डिमांड को देखते हुए दुकानदारों ने भी इस मांझे के दाम अचानक बढ़ा दिए हैं। जहां पहले बरेली के मांझे का चरखा 250 रुपये में मिल जाता था लेकिन इस बार के मकर संक्रांति के सीजन पर मांझे का चरखा 500 रुपये के आसपास मिल रहा हैं।

मांझा और पतंग की स्पेशल डिमांड

पतंग विक्रेता इमरान खान बताते हैं कि इस बार मकर संक्रांति की सीजन पर लोगों को 2024 के नाम से बनी पतंगे और नए जमाने के आकार की बनी पतंग लोगों को अत्यंत पसंद आ रही है। उसमें काला और लाल रंग लोगों द्वारा ज्यादा खरीदा जा रहा हैं।

पतंग विक्रेता मोहम्मद शमी ने बताया कि इस वर्ष लोग बरेली के मांझा और पतंग की स्पेशल डिमांड कर रहे हैं। प्रत्येक तीसरा ग्राहक बरेली का मांझा और पतंगे खरीद कर ले जा रहा हैं। इस स्पेशल डिमांड को देखते हुए हमने बरेली की पतंगे और मांझे के लिए स्पेशल ऑर्डर हमने दे दिए हैं।

बाजार में भीड़, कलपनों की वस्तुओं की खरीदारी

मकर संक्रांति पर दान-पुण्य का विशेष महत्व रहता है। लोग गायों को हरा चारा खिलाएंगे। वहीं तिल के बने व्यंजनों का दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गलता स्नान के लिए भी अलसुबह से ही लोग गलता तीर्थ में उमड़ेंगे। महिलाएं 14-14 वस्तुएं दान स्वरूप कळपेंगी। सास-ससुर सहित बड़ों को कपड़े पहनाएं जाएंगे। लोग कच्ची बस्तियों और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को कपड़े और मिठाई का दान करेंगे। इसे लेकर बाजार में कलपने की वस्तुओं की खरीदारी जोरों पर हो रही है। बाजार में फीणी की दुकानों पर फीणी व तिल के लड्डुओं की बिक्री हो रही है। इस बार बाजार में फीणी 400 रुपये से लेकर 1000 रुपए किलो तक बिक रही है।

मंदिरों सजेगी झांकी,लगेगा तिल के व्यंजनों का भोग

मकर संक्रांति पर मंदिरों में विशेष झांकी सजाई जाएगी। ठाकुर जी के समक्ष पतंगें अर्पित की जाएगी। शहर के आराध्य गोविंददेवजी चांदी की पतंग उड़ाएंगे। इसदिन ठाकुरजी को तिल के व्यंजनों के साथ फीणी का भोग लगाया जाएगा।

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