भारत-चीन मामले में विपक्षी दल इस तरह दुष्प्रचार कर रहे हैं जैसे चीन ने उन्हें खरीद लिया हो- वी.के. सिंह
भारत-चीन मामले में विपक्षी दल इस तरह दुष्प्रचार कर रहे हैं जैसे चीन ने उन्हें खरीद लिया हो- वी.के. सिंह

भारत-चीन मामले में विपक्षी दल इस तरह दुष्प्रचार कर रहे हैं जैसे चीन ने उन्हें खरीद लिया हो- वी.के. सिंह

जयपुर, 08 जुलाई (हि.स.)। केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री वी.के. सिंह ने कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल भारत-चीन मामले को लेकर इस तरह से दुष्प्रचार कर रहे हैं जैसे कि चीन ने विपक्षी दलों की खरीद-फरोख्त कर ली है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू से लेकर और आगे जब तक कांग्रेस का राज रहा इन्हें सेना को लेकर यही डर सताता रहा कि कहीं सेना इनका तख्तापलट ना कर दे, इसलिए यह सेना का मनोबल गिराते रहे। केन्द्रीय राज्य मंत्री सिंह बुधवार को भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘‘वर्तमान परिदृश्य में भारत और चीन सम्बन्ध’’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने भारत- चीन रिश्तों को लेकर ऐतिहासिक परिवेश, 1962 एवं उसके बाद के हालात पर अपनी बात रखी। केन्द्रीय मंत्री वी.के. सिंह ने कहा कि भारत और चीन का रिश्ता करीब ढाई हजार साल पुराना है, लेकिन बुद्धिजीवियों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों का आवागमन 618ई. पूर्व शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि चीनी यात्री लद्दाख होते हुए भारत आते-जाते रहे। चीन से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर चीन दूसरे देशों की जमीन पर कब्जा करने की हरकतें करता रहा है। चीन ने सबसे पहले 1949 में सिक्यांग पर कब्जा किया, फिर 1950 में तिब्बत पर अपना दावा किया और सिक्यांग व तिब्बत को जोड़ने के लिए हमारे अक्साई चीन से होकर सड़क बनाना शुरू किया। इस तरह चीन हरकतें कर आस-पास के देशों की जमीनों पर सीमा विवाद को बढ़ावा देकर दवाब बनाता है और इसी दवाब की नीति के चलते वहां गतिविधियां करना शुरू कर देता है। वी.के. सिंह ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू चीन के साथ पंचशील समझौते को लेकर बैचेन थे कि इस समझौते को करने से सीमा से जुड़े सभी विवादों का हल हो जायेगा, लेकिन इसके उलट चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और लगातार सीमा पर जमीन विवादों को बढ़ावा देता रहता है। उन्होंने कहा कि भारत को लेकर चीन के सीमा विवाद के दावे झूठे हैं। उन्होंने कहा कि पंचशील समझौते से नुकसान हुआ, चीन ने तिब्बत को हड़पने की साजिश की और यह विवाद आज भी जारी है। सीमा पर 1959 से चीन क्लेम लाइन को लेकर बढ़ावा देता रहा है, जिसका हर मोर्चे पर भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया। 1962 में भी नाथुला दर्रे पर हमारी सेना ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना का मनोबल बढ़ाया और कार्रवाई करने के लिए सेना को फ्री हैण्ड दिया और कूटनीतिक रणनीति के तहत हमने चीन पर दवाब बनाया, जिसके चलते चीन को गलवान घाटी से पीछे हटना पड़ा। जिसका पूरी दुनिया मंे भारत को लेकर सकारात्मक संदेश गया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने ‘‘वर्तमान परिदृश्य में भारत और चीन सम्बन्ध’’ पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री वी.के. सिंह के सम्बोधन से हमें भारत-चीन मामले पर सारगर्भित जानकारी मिली एवं वर्तमान स्थिति की भी तथ्यों के साथ जानकारी मिली। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि जनरल वी.के. सिंह के सम्बोधन से हमें सारगर्भित और ऐतिहासिक तथ्यों के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि इनके सम्बोधन से सरदार पटेल की देश की एकता एवं निर्माण में भूमिका के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि जनरल सगत सिंह सहित सेना के तमाम अधिकारियों ने सेना का नेतृत्व करते हुए देश की सीमाओं की मजबूती से रक्षा की और आज भी हमारे सैन्य अधिकारी और जवान देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर /संदीप-hindusthansamachar.in

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