in-place-of-first-grade-nurses-in-jekelon-hospital-second-grade-nurses-were-made-in-charge
in-place-of-first-grade-nurses-in-jekelon-hospital-second-grade-nurses-were-made-in-charge

जेकेलोन अस्पताल में फ़स्ट ग्रेड नर्सेज के स्थान पर सेकंड ग्रेड नर्सेज को बनाया इंचार्ज

कोटा, 17 जून (हि.स.)। जेकेलोन एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार सुर्खियां वार्ड में नर्सिंगस्टाफ़ को दी जाने वाली जिम्मेदारी को लेकर सामने आई है। दरअसल अस्पताल में ज्यादातर जगहों पर फर्स्ट ग्रेड नर्सेज की बजाए सेकंड ग्रेड नर्सेज को इंचार्ज बना रखा है। इस कारण सेकंड ग्रेड नर्सेज, अपना टेक्निकल काम नहीं कर पा रहे हैं। वो केवल बाबू बनकर रह गए हैं रह गए हैं। शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (ग्रुप-3) विभाग द्वारा साल 2020 में आदेश जारी किया था। जिसके मुताबिक नर्सेज व पैरामेडिकल स्टाफ को क्लीनिकल कार्य के लिए ही काम मे लेने के निर्देश जारी किए थे। नर्सेज सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेके लोन अस्पताल में लगभग 235 नर्सेज का स्टाफ है। इनमें 45 के लगभग फर्स्ट ग्रेड (सीनियर नर्सिंग ऑफिसर) व 190 सेंकड ग्रेड (नर्सिंग ऑफिसर) है। अस्पताल के लॉन्ड्री, भामाशाह, जेएसएसवाई, स्टोर,एनआईसीयू,गायनी कोविड वार्ड में सेकंड ग्रेड नर्सेज को इंचार्ज बनाकर बैठा रखा है। वहीं टीकाकरण के काम में 4-4 सेकंड ग्रेड नर्सेज को लगा रखा है। रिकॉर्ड रूम में भी सेकंड ग्रेड नर्सेज को जिम्मेदारी दे रखी है। इंचार्जशिप के काम में लगाने से सेकंड ग्रेड नर्सेज वार्डो में अपनी सेवाएं नही दे पा रहे है। नर्सेज का मानना है कि सेकंड ग्रेड को जिम्मेदारी से मुक्त करने पर अस्पताल में नर्सेज की कमी दूर हो सकती है। एनआईसीयू में 5 फर्स्ट ग्रेड नर्सेज को इंजार्च लगा रखे है जो मॉर्निंग शिफ्ट करते है। यहां 3 सेंकड ग्रेड को भी इंचार्ज लगा रखा है। पीआईसीयू में 2 फर्स्ट ग्रेड नर्सेज को लगा रखा है। लेकिन यहां सेकंड ग्रेड को इंचार्ज बनाया हुआ है। अस्पताल प्रशासन की मनमानी को लेकर अंदरखाने सेंकड ग्रेड नर्सेज में रोष है। सेकंड ग्रेड नर्सेज का कहना है कि फर्स्ट ग्रेड नर्सेज की इवनिंग व नाइट ड्यूटी नहीं लगाई जा रही। अस्पताल में नर्सिंग अधीक्षक प्रथम रामरतन कुशवाह का कहना है कि अस्पताल में 33 फर्स्ट ग्रेड व 185 सेकंड ग्रेड नर्सेज है। सेकंड ग्रेड नर्सेज की कमी है। कई जगहों पर सेकंड ग्रेड नर्सेज शुरू से ही इंचार्ज का काम देख रहे है। फर्स्ट ग्रेड नर्सेज के आने के बाद उन्हें इंचार्ज लगाया था। कुछ जगहों पर सेंकड ग्रेड इंचार्ज होंगे तो इन्हें बदल देंगे। फर्स्ट ग्रेड को जिम्मेदारी देंगे। हिन्दुस्थान समाचार/राकेश शर्मा/ ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in