अमेरिका से स्वदेश लौटेंगे प्रथम सांस्कृतिक राजनायिक डॉ. मोक्षराज
अजमेर, 01 जनवरी(हि.स.)। भारतीय राजदूतावास वाशिंगटन डीसी में नियुक्त प्रथम सांस्कृतिक राजनयिक डॉ. मोक्षराज तीन साल बाद अमेरिका से भारत लौटेंगे। डॉ. मोक्षराज अजमेर के रहने वाले हैं। विश्व भर में प्रेम, शान्ति एवं स्वास्थ्य रक्षा के महान उद्देश्य को पूरा करने के लिए भारत ने योग, संस्कृति एवं हिंदी की शिक्षा देने के लिए विभिन्न देशों में भारत सरकार द्वारा सौ से अधिक भारतीय संस्कृति शिक्षक नियुक्त किए थे। भारतीय दूतावास वाशिंगटन डीसी में डॉ. मोक्षराज की नियुक्ति होने से भारत की सॉफ्टपावर को नए पंख लगे हैं। उनके नेतृत्व में अमेरिकी संसद कैपिटॉल हिल, व्हाइट हाउस तथा वाशिंगटन मोनुमेंट के सामने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़े हुए हजारों लोग योग कर चुके हैं। प्रवासी भारतीय समुदाय तथा 12 से अधिक देशों के नागरिक भी उनसे योग, हिन्दी तथा भारतीय संस्कृति की शिक्षा ले चुके हैं। डॉ. मोक्षराज ने एम्बेसी के साथ-साथ जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी तथा जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में भी हिन्दी एवं भारतीय संस्कृति की शिक्षा दी है। जिसके लिए दोनों ही विश्वविद्यालयों ने भारत-सरकार तथा भारतीय दूतावास की विशेष प्रशंसा की है। हाल ही में उन्होंने अफ्रीकन अमेरिकन मूल की हॉलीवुड अभिनेत्री तथा दीपावली के अवसर पर “ओम जय जगदीश हरे” भजन तथा अगस्त माह में भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर “भारत का राष्ट्रगान” गाने वाली लोकप्रिय गायिका मैरी मिलबेन को डॉ. मोक्षराज ने ही प्रशिक्षित किया है। वे उन्हें हिंदी व भारत की संस्कृति से परिचित करा रहे हैं। इन्हीं के प्रयासों से मैरी मिल्बेन ने राजस्थानी लहंगा चुनरी पहनकर मरुभूमि के रंग को पूरे विश्व में पहुंचाया था। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप-hindusthansamachar.in