स्कूली विद्यार्थियों की यूनिफार्म बदलने पर देवनानी ने जताई आपत्ति
अजमेर, 27 जून(हि.स.)। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में यूनिफार्म बदलने जाने पर आपत्ति जताते हुए सरकार की इस कवायद को राजनीतिक द्वेषता से उठाया जा रहा कदम बताया है। देवनानी ने रविवार को जारी बयान में कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने 17 साल से चली आ रही परम्परागत यूनिफार्म बदली थी। अब मौजूदा कांग्रेस सरकार महज तीन साल में बदल रही है, जिससे करोड़ों रुपये अभिभावकों के बर्बाद हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री गोविंदसिंह डोटासरा ने स्कूली यूनिफार्म बदलने की मंशा जाहिर की थी। डोटासरा ने कहा था कि यूनिफार्म बदलने पर मंथन किया जा रहा है। सरकार आठवीं तक के बच्चों निशुल्क यूनिफार्म उपलब्ध कराएगी। देवनानी ने कहा है कि यदि सरकार स्कूली यूनिफार्म बदलती है, तो सरासर राजनीतिक द्वेषता और पूरी तरह राजनीति से प्रेरित होकर लिया जा रहा निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि जब पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने 17 साल से चली आ रही परम्परागत यूनिफार्म बदली थी, तो इससे स्कूली विद्यार्थियों में निजी विद्यालयों के समकक्ष आत्मविश्वास की अनुभूति होने लगी थी। लेकिन वर्तमान कांग्रेस सरकार इसे तीन साल में बदल कर अभिभावकों की जेब पर आर्थिक बोझ डालना चाह रही है। देवनानी ने कहा है कि सरकार द्वारा निशुल्क यूनिफार्म दिए जाने का निर्णय स्वागत योग्य है, लेकिन सवाल यह है कि यूनिफार्म बदले बिना ही सरकार मौजूदा रंग की यूनिफार्म बच्चों को निशुल्क उपलब्ध क्यों नहीं करा सकती है। भले ही सरकार आठवीं तक के बच्चों को निशुल्क यूनिफार्म दे देगी, लेकिन इसके बाद की कक्षाओं के बच्चों के अभिभावकों पर तो आर्थिक बोझ पड़ना तय है। देवनानी ने कहा कि यदि यूनिफार्म नहीं बदली जाती है, तो हो सकता है कि अनेक अभिभावक आर्थिक तंगी के कारण इस साल नई यूनिफार्म दिलाने की बजाय पुरानी यूनिफार्म से ही बच्चों को स्कूल भेजें। तो फिर हमारे समय क्यों बयानबाजी की थी। अभी यह है यूनिफार्म अभी सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए कत्थई रंग की पेंट और हल्के भूरे रंग की शर्ट है, जबकि छात्राओं के लिए कत्थई रंग की सलवार या स्कर्ट और हल्के भूरे रंग का कुर्ता है हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप