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राजसमंद में सहानुभूति की ‘किरण’ से आलोकित हुई दीप्ति

-अंतिम समय में कटारिया-प्रताप प्रकरण से हो गई थी चिंता -5310 वोट से कांग्रेस के तनसुख बोहरा हारे उदयपुर, 02 मई (हि.स.)। राजस्थान के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में राजसमंद विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपना दबदबा बरकरार रखा है। यहां से भाजपा उम्मीदवार दीप्ति किरण माहेश्वरी विजयी हुई है। दीप्ति दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी की पुत्री हैं और इस जीत को क्षेत्र की जनता की सहानुभूति की जीत माना जा रहा है। दीप्ति ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के तनसुख बोहरा को 5310 वोट से हराया। दीप्ति को 74704 वोट मिले। कुल 150234 वोटों की गिनती हुई जिनमें से 50 वोट खारिज हुए। इस जीत पर राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने कहा कि राजसमन्द विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत, आमजनता की जीत है। कांग्रेस ने यहां सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया था लेकिन जनता के फैसले के आगे सब हथकंडे धराशायी हो गए। सांसद ने कहा कि विजयी प्रत्याशी दीप्ति और वे मिलकर क्षेत्र का विकास करेंगे। जनता ने पूर्व की तरह ही एक बार फिर से भाजपा में विश्वास व्यक्त किया है और इस विश्वास को हम कायम रखेंगे। हालांकि, दीप्ति की जीत का अंतर ज्यादा नहीं होने पर भी कई तरह की चर्चा है। खासतौर से मतदान से ठीक पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के महाराणा प्रताप को लेकर दिए गए बयान के बाद राजसमंद में कटारिया को जर्बदस्त विरोध झेलना पड़ा था और कटारिया प्रचार छोड़ उदयपुर लौट आए थे। इसे लेकर भी यह आशंका थी कि इसका असर मतदान पर न पड़ जाए। हालांकि, परिणाम के बाद भाजपा खेमे में खुशी की लहर है। इधर, कटारिया ने इसे भाजपा द्वारा क्षेत्र में किए गए कार्यों की जीत बताया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल / ईश्वर

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