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पुलिस थानों पर आम नागरिक के साथ हो सदव्यवहार

अजमेर, 04 अप्रैल(हि.स.)। अजमेर के जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा ने अब बाकायदा लिखित आदेश जारी कर पुलिस कर्मियों को आमआदमी के साथ सदव्यवहार करने के लिए कहा है। शनिवार को जारी आदेश में शर्मा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा आम आदमी से दुर्व्यवहार करने कि शिकायतें आ रही हैं, कई लोग उनके कार्यालय में आकर भी दुर्व्यवहार की शिकायतें कर रहे हैं तथा अनेक पीड़ित फोन पर अपनी पीड़ा बता रहे हैं। ऐसी घटनाओं से आम जनता के बीच पुलिस की छवि खराब होती है, जब ऐसी घटनाओं की खबरें मीडिया में प्रकाशित होती है तो जनता में पुलिस के प्रति अविश्वास बढ़ता है। ज्यादातर पुलिसकर्मी अनुशासन में रहकर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्यवाही करते हैं, लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों की ऐसी हरकतों से पुलिस द्वारा किए गए अच्छे कार्य भी आम जनता की नजर में बेकार हो जाते हैं। लॉकडाउन में जो अच्छे कार्य किए उससे पुलिस की छवि में निखार आया था, लेकिन एकाध पुलिसकर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाओं से पुलिस की छवि में गिरावट आ रही है। आदेश में एसपी ने सभी अधीनस्थ अधिकारियों से कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि हर मामले में नियमों के अंतर्गत कार्यवाही हो। पुलिस स्टेशन पर आने वाले शिकायतकर्ता और आम आदमी के साथ सदव्यवहार किया जाए। सभी व्रत अधिकारी और थाना अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि राजस्थान पुलिस के 6 बिंदुओं की पालना हो। भविष्य में पुलिसकर्मियों द्वारा आम आदमी के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना सामने आने पर उसे गंभीरता से लिया जाएगा। किसी पुलिसकर्मी के साथ कोई व्यक्ति दुर्व्यवहार करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएज ताकि पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यवहार पर कोई उंगली नहीं उठा सके। यहां यह उल्लेखनीय है कि गत 1 अप्रैल को दुर्व्यवहार के दो मामलों में एसपी शर्मा ने एक सीआई सहित छह पुलिसकर्मियों को थानों से हटाकर पुलिस लाइन में तैनात किया था। एसपी के 3 अप्रैल के आदेश से जाहिर होता है कि वह जिला पुलिस की छवि को लेकर संवेदनशील है। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

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