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आधुनिक भारतीय इतिहास में दयानंद सरस्वती के महिला उत्थान संबंधी विचारों पर राष्ट्रीय वेबीनार में चर्चा

बीकानेर, 23 अप्रैल (हि.स.)। अहमदपुर की लोकायत एजूकेशन सोसायटी द्वारा संचालित चकूर, लातूर, महाराष्ट्र के भाई किशनराव देशमुख महाविद्यालय के वूमन सेल और आईक्यूएसी द्वारा महिला सशक्तिकरण विषयक आयोजित ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबीनार में शुक्रवार को राजस्थान में बीकानेर की महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी की डॉ. मेघना शर्मा ने पहले सत्र में रिसोर्स पर्सन की भूमिका में अपना उद्बोधन दिया। मेघना ने आधुनिक भारतीय इतिहास में दयानंद सरस्वती के महिला उत्थान संबंधी विचारों पर बात रखते हुए कहा कि महर्षि दयानंद ने ऐसे समय में महिला जागरण की बात कही जब समाज बाल विवाह, पर्दा प्रथा, विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के पाशों में गहरे तक जकड़ा हुआ था। राष्ट्रीय वेबीनार के उद्घाटन सत्र में डॉ मेघना ने प्राचीन इतिहास के साथ दयानंद युग तक व वर्तमान काल के बीच एक तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया। द्वितीय सत्र में विक्रम विश्वविद्यालय, इंदौर की पूर्व डीन प्रो गीता नायक द्वारा साहित्य में महिला सशक्तिकरण पर अपना उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। इससे पूर्व लोकायत एजुकेशन सोसायटी की अध्यक्ष सीमाताई भानुसाहेब देशमुख, सचिव एडवोकेट पी.डी. कदम ने प्रारंभिक टिप्पणियां रखीं। मुख्य आयोजक डॉ एस. के. धोंडगे द्वारा स्वागत भाषण पढ़ा गया। संगोष्ठी का संचालन बबीता मानखेड़कर द्वारा किया गया। अंत में प्रतिभागियों के लिए प्रश्न उत्तर सत्र में दोनों रिसोर्स पर्सन्स ने समस्त जिज्ञासाओं को शांत किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ श्याम जाधव द्वारा दिया गया। -हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप

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