
भीलवाड़ा, रफ़्तार डेस्क /हि.स.। भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना इलाके में हाल ही में हुई गैंगरेप और हत्या की घटना के मामले में न्याय दिलाने के लिए प्रतिदिन सुनवाई की जा रही है। इस घटना में हत्या कर शव कोयला भट्टी में झोंकने का आरोप लगा है और इसके बारे में विशेष टीम ने साक्ष्य जुटाने का काम किया है। यह कदम उन आरोपितों को न्याय मिलने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। पुलिस महानिरीक्षक लता मनोज कुमार ने शनिवार को भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में यह बातें कहीं।
आईजी लता ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है और उसकी पूरी जांच के लिए जयपुर से एफएसएल (फास्टट्रैक स्पेशल लॉ) की टीम को बुलाया है। यह टीम साक्ष्य जुटाने के लिए संघटित की गई है ताकि आरोपित व्यक्तियों को त्वरित सजा दिलाई जा सके। लता ने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में न्यायिक प्रक्रिया को तेजी देने का आकलन किया है और इस मामले के बारे में कोर्ट में प्रतिदिन सुनवाई करवाने की मांग की है।
उन्होंने यह भी उजागर किया कि घटना के दिन डीओ ड्यूटी पर मौजूद एएसआई लियाकत और थाना प्रभारी खींवराज की लापरवाही की गई थी जो बाद में सुनवाई में सामने आई। उन दोनों पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
यह घटना न केवल एक आम घटना है, बल्कि यह उस महिला के परिवार की जिंदगी को बर्बाद कर देने वाली अत्यंत दुखद और शर्मनाक घटना है। इसके बावजूद, पुलिस ने इस मामले की सख्त जांच की शुरुआत की है ताकि आरोपित व्यक्तियों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
आईजी लता ने इस मामले की जांच के लिए शुरुआती पहलू को महत्वपूर्ण बताया और पुलिस को इसकी गहराईयों तक पहुंचने के लिए सुनिश्चित किया। यह मामला समाज में आत्म-निर्भरता और सुरक्षा की महत्वपूर्ण बातें साबित करता है, और हमें सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं फिर से नहीं घटतीं।
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