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कोरोना संक्रमित एवं माइग्रेट व्यक्तियों की पहचान कराएगा ’’सम्पूर्ण सुरक्षा’’ सॉफ्टवेयर

जयपुर,21मई(हि.स.)। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए संक्रमित व्यक्ति का संक्रमण अवधि में होम क्वारेनटाईन में रहना सुनिश्चित करने के लिए संक्रमित व्यक्तियो की सूचना तुरन्त बीट स्तर पर पहुंचाने के उद्देश्य से डूंगरपुर पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन में अभिनव पहल कर ’’ सम्पूर्ण सुरक्षा’’ नाम का साॅफ्टवेयर तैयार किया गया हैं। यह सोफ्टवेयर ईवाना एशिया पेसेफिक संस्था के मेंटर अभिषेक धाभाई के तकनिकी निर्देशन में बनाया गया है। डूंगरपुर पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि अनेक देशों में कोरोना वायरस से बचने और लोगो को सुरक्षित रखने के लिये तकनीक का बेहतर उपयोग किया गया हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार 24 घण्टे कठिन परिश्रम कर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सार्थक भूमिका निभाई जा रही है व तकनीकी का भी उपयोग करने के निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना रोकथाम के लिए संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उसका संक्रमण अवधि में होम क्वारनटाईन में रहना आवश्यक है। इसके लिए डूंगरपुर पुलिस द्वारा सम्पूर्ण सुरक्षा सॉफ्टवेयर बनाया गया है। जिला पुलिस को सक्रमित व्यक्तियो की सूचना चिकित्सा विभाग से प्राप्त होने पर उनका डाटा साॅफ्टवेयर में अपलोड कर दिया जाता हैं। साॅफ्टवेयर कुछ ही सैकण्डों में ऑटोमेटेड तरीके से अलग-अलग एरिया के कोरोना मरीजो की जानकारी (नाम, पता,मोबाईल नम्बर व अन्य) उस एरिया के संबधित थानाधिकारी, बीट प्रभारी एवं बीट कांस्टेबल को जरीये टेक्स्ट मेंसेज भेज दिया जाता है। पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि थानाधिकारी, बीट प्रभारी एवं बीट कांस्टेबल द्वारा उस व्यक्ति को चिन्हित कर होम क्वारेन्टाईन में रहने की हिदायत व कोविड गाईड लाईन की पालना सुनिश्चित कराई जाती हैं। इस प्रकिया में न तो ज्यादा समय लगता है, ना ही कोई गलती होने की संभावना होती है, इस साॅफ्टवेयर के माध्यम से समय रहते जिले में कोरोना पोजिटीव आने वाले व्यक्तियों कि निगरानी व होम क्वारेन्टाईन की पालन सुनिश्चित की जाती है।इसी तरह से माइग्रेट लोगो की लिस्ट भी साॅफ्टवेयर में अपलोड कर सबंधित पुलिस स्टेशन तथा बीट कानिस्टेबल को भेज उन पर भी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सोफ्टवेयर में अन्य फीचर डालने का स्कोप भी रखा गया है। भविष्य में सोफ्टवेयर के माध्यम से अपराधिक तत्वों कें ऊपर बीट स्तर पर निगरानी भी रखी जा सकती है। इससे बीट स्तर की पुलिसिंग और मजबुत हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस साॅफ्टवेयर के माध्यम से हजारो मेसेज एक साथ फाॅरवर्ड किये जाते है। इस साॅफ्टवेयर हेतु फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों के पास मोबाईल इन्टरनेट होने की आवश्यकता नही है। पीएचपी और क्लीन कोडिंग से बना यह सोफ्टवेयर लोकल सर्वर के साथ क्लाउड पर भी चल सकता है और हजारो एसएमएस कुछ ही सेकेण्ड में भेज सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर

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