विधायक कोष से खरीदे उपकरणों के गुणवत्ता व मापदंड की जांच हो- देवनानी
अजमेर, 03 जून(हि.स.) पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कोरोना से जंग लड़ने के लिए प्रदेशभर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य चिकित्सा उपकरणों की हुई खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और हेराफेरी होने की बू आती है, इसलिए सरकार को आडिट कराने के साथ निष्पक्ष एजेंसी से जांच करानी चाहिए, ताकि करोड़ों रुपए के घोटाले का पर्दाफाश हो सके। गुरुवार को जारी बयान में देवनानी ने कहा कि प्रदेशभर में कोरोना मरीजों की जान बचाने और आक्सीजन की कमी दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर आक्सीजन कंसंट्रेटेड और अन्य चिकित्सा उपकरण खरीदे गए। इसके लिए अनेक विधायकों ने विधायक स्थानीय क्षेत्र निधि कोष से लाखों रुपये दिए हैं। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को लेकर अजमेर के तीन-चार विधायकों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि कंसंट्रेटेड महंगे और कम गुणवत्ता वाले खरीदे गए। इन हालात को देखते हुए इस बात को बल मिलता है कि कंसंट्रेटेड और उपकरणों की खरीद में बड़े पैमाने पर घोटाला और कमीशनखोरी हुई है और मापदंडों से समझौता किया गया है। अधिकारियों ने किया गुणवत्ता से समझौता उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में चिकित्सा विभाग का एक भी अधिकारी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि जो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य उपकरण खरीदे गए हैं, उनका गुणवत्ता क्या है, बाजार में मूल्य कितना है और कंपनी से महंगी कीमत पर क्यों खरीदे गए, इनके मापदंड क्या हैं। उन्होंने कहा, विधायकों द्वारा उठाई गई आपत्ति से यह जाहिर हो जाता है कि अधिकारियों ने मापदंडों और गुणवत्ता से समझौता करने के साथ महंगे उपकरण खरीदे हैं। यदि कोरोनाकाल में अब तक हुई खरीद की आडिट कराई जाती है, तो भ्रष्टाचार, हेराफेरी और कमीशनखोरी का सच सामने आ जाएगा। इसके बाद निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराकर भ्रष्टाचार, हेराफेरी और कमीशनखोरी में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप