किसानों को भड़काना बंद करें भाजपा- मुख्यमंत्री

BJP should stop provoking farmers - Chief Minister
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जयपुर, 31 दिसम्बर(हि.स.)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार द्वारा दिन में बिजली दिए जाने के फैसले का स्वागत करने के बजाए अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए किसानों को भड़का रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भाजपा नेता यदि किसानों के हितों के लिए गंभीर हैं तो वे केंद्र सरकार को सलाह दें कि सर्दी में दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों की मांगों को मान लें। उन्होंने कहा कि हमारे किसानों को ठंड के दिनों में रात्रि में खेतों की सिंचाई करने में तकलीफ होती है। इसलिए राजस्थान सरकार ने फैसला करके यह तय किया कि किसानों को सिंचाई हेतु दिन में थ्री फेज बिजली उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए बजट में घोषणा की गई कि 1 अप्रैल 2023 तक तीन चरणों में राज्य के सभी जिलों में दिन में थ्री फेज बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए सरकार ने आधारभूत ढांचे को विकसित करने का काम भी शुरू किया। इसके तहत आगामी तीन वर्षों में 220 केवी के 6 नए जीएसएस, 132 केवी के 30 नए जीएसएस, 33 केवी के 287 नए सब स्टेशन स्थापित किया जाना प्रक्रियाधीन है। साथ ही 1,500 सब स्टेशनों की क्षमता में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहलेे चरण में 16 जिलों में 1 अप्रैल 2021 तक दिन में थ्री फेज बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। लेकिन किसानों के हित में 15 जिलों में इसे समय से छह माह पूर्व अक्टूबर 2020 में ही पूर्ण कर लिया गया है। फिलहाल अजमेर, प्रतापगढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमन्द, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, पाली, सिरोही, जालोर, कोटा, बूंदी, झालावाड़ एवं धौलपुर में दिन में बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। जैसलमेर में मार्च 2021 तक दिन में थ्री फेज कृषि बिजली उपलब्ध होगी। दूसरे चरण में 1 अप्रैल, 2022 तक सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, जोधपुर एवं भरतपुर और तीसरे चरण में दिनांक 1 अप्रैल, 2023 तक शेष जिलों बाड़मेर, अलवर, दौसा, नागौर, टोंक, करौली, सवाई माधोपुर, बारां, बीकानेर, चुरू, श्रीगंगानगर एवं हुनमानगढ़ के सभी ग्रामीण फीडरों पर दिन के ही ब्लॉक में विद्युत आपूर्ति के लिए आधारभूत तंत्र को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों में देखा गया है कि कई जगहों पर भाजपा नेताओं ने अपना राजनीतिक हित साधने के लिए किसानों को भड़काया और सब-स्टेशनों पर किसानों से धरने दिलवाए। ऐसा उन जिलों में किया गया जहां दूसरे और तीसरे चरण में दिन में थ्री फेज बिजली दिया जाना प्रस्तावित है और इसके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। भाजपा नेताओं ने इन धरनों के माध्यम से बिजली कर्मचारियों को भयभीत कर उन पर दबाव बनाया। दबाव के कारण कुछ जिलों के अधीक्षण अभियंताओं ने अपने स्तर पर फैसला कर बिना पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के दिन में बिजली उपलब्ध कराने की कोशिश की। इससे पूरे बिजली सिस्टम में गड़बड़ी आ गई और विद्युत आपूर्ति में समस्या आ गई। इसके कारण राज्य के कई हिस्सों में थ्री फेज के साथ-साथ सिंगल फेज बिजली देने में भी परेशानियां सामने आई हैं। किसान भाइयों से अपील है कि वो ऐसे बहकावे में ना आएं। बिना जरूरी सिस्टम विकसित किए दिन में बिजली उपलब्ध करवाना संभव नहीं है। दबाव में ऐसी कोशिश करने से समूची बिजली व्यवस्था ठप हो सकती है जिससे सभी किसानों और पूरे प्रदेश की जनता को परेशानी होगी। हिन्दुस्थान समाचार/ संदीप/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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