पंजाब में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से नहीं चलीं तीन हजार बसें, हजारों यात्री परेशान

यूनियन के पदाधिकारियों की पिछले दिनों लगातार मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ-साथ विभाग के अधिकारियों के साथ मांगों पर विचार विमर्श के लिए बैठकें हुईं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
पंजाब में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से नहीं चलीं तीन हजार बसें,
पंजाब में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से नहीं चलीं तीन हजार बसें,

चंडीगढ़, हिन्दुस्थान समाचार। पंजाब में आज रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।पनबस और पीआरटीसी के कच्चे (अस्थायी) चालकों और परिचालकों की हड़ताल की वजह से करीब तीन हजार बसें नहीं चलीं। प्रदेश के सभी बस अड्डों पर यात्रियों की भीड़ है। यह हड़ताल बुधवार को भी जारी रहेगी।

वेतन बढ़ाने की मांग

कर्मचारी यूनियन ने ऐलान किया है कि इस संघर्ष में अन्य कर्मचारी संगठनों, विद्यार्थी संगठनों तथा किसान संगठनों को भी शामिल किया जाएगा। कर्मचारियों की मांग है कि उनका वेतन बढ़ाया जाए। हर साल वेतन में पांच प्रतिशत की वृद्धि की जाए। पंजाब में किलोमीटर स्कीम को पूरी तरह से बंद किया जाए। नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को बहाल किया जाए। कच्चे कर्मचारियों को स्थायी करने के लिए रणनीति बनाई जाए।

सीएम के साथ बैठक बेनतीजा

यूनियन के पदाधिकारियों की पिछले दिनों लगातार मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ-साथ विभाग के अधिकारियों के साथ मांगों पर विचार विमर्श के लिए बैठकें हुईं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। तब यूनियन ने 27 और 28 जून को चक्का जाम करने की घोषणा की। कर्मचारियों ने सोमवार रात 12 बजे के बाद से बसों को बस अड्डों या फिर रोडवेज डिपो में खड़ा कर दिया है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पंजाब के पटियाला, संगरूर, बठिंडा, मानसा, बरनाला, आदि जिलों में यात्री चक्का जाम होने के कारण परेशान हो रहे हैं।

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