नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर लगातार डटे है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाना चहते है। लेकिन किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोका गया है। पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर आज भी भारी तनाव है। शंभू बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच भारी तनाव देखने को मिल रहा है। शंभू बॉर्डर पर किसानों के साथ हो रहीं कार्रवाई को लेकर पंजाब के कई और किसान संगठनों ने आज पंजाब में रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया था। इसके बाद आज किसानों का आंदोलन सड़कों से रेल चक्का जाम तक पहुंच गया है।
किसान यूनियन ने पंजाब में रोकी रेल
भारतीय किसान यूनियन (उग्रहां) ने कल ही ऐलान किया था कि प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के विरोध में गुरुवार को चार घंटे के लिए पंजाब के अलग-अलग रेलवे रूटों को जाम किया जाएगा। उसी के तहत पंजाब के राजपुरा और अंबाला में प्रदर्शनकारी पटरियों पर बैठ गए हैं। पंजाब में कई जगहों बठिंडा से बरनाला, बठिंडा से दिल्ली और अमृतसर से फतेहगढ़ साहिब में किसानों का रेल रोको आंदोलन किया है। किसान राजपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक किसानों का यह प्रदर्शन शाम 4 बजे तक जारी रहेगा।
किसान और सरकार के बीच आज शाम फिर होगी बातचीत
इसके साथ किसान नेताओं और सरकार के बीच आज शाम फिर एक बार बातचीत होनी है। इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है वार्ता सफल होगी। आपको बता दें इससे पहले किसानों के साथ 8 और 12 फरवरी को दो बैठकें बेनतीजा रहीं है। अब एक बार फिर केंद्र सरकार ने किसान नेताओं को तीसरे दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। किसानों के साथ शाम में होने वाली बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल होंगे जबकि किसानों की तरफ से जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवण सिंह पंधेर, रमनदीप मान आदि किसान नेता शामिल होंगे।
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