श्मशान भूमि पर कार्यरत 35 कर्मचारियों को मनपा आयुक्त ने किया कार्यमुक्त
श्मशान भूमि पर कार्यरत 35 कर्मचारियों को मनपा आयुक्त ने किया कार्यमुक्त

श्मशान भूमि पर कार्यरत 35 कर्मचारियों को मनपा आयुक्त ने किया कार्यमुक्त

मुंबई, 29 अगस्त, (हि. स.)। पालघर जिले की वसई विरार शहर मनपा (वीवीएमसी) आयुक्त गंगाथरन डी. ने श्मशान भूमि पर काम करने वाले 35 कर्मचारियों को कार्यमुक्त कर दिया है। हालांकि उनमें से 5 कर्मचारियों को कोविड-19 के काम में लगा दिया है। आयुक्त ने वीवीएमसी क्षेत्र के सभी श्मशान भूमि का जायजा लेने के बाद जहां 6 कर्मचारी थे वहां 3 और जहां चार थे तो वहां दो कर दिए हैं। मनपा आयुक्त इससे पहले भी कई कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज चुके हैं। जानकारी के अनुसार वसई विरार मनपा आयुक्त गंगाथरन डी. ने कोरोनाकाल में श्मशान भूमि में काम कर रहे 35 कर्मचारियों को कार्यमुक्त कर दिया है। हालांकि उनमें से 5 कर्मचारियों को कोविड-19 के काम में लगा दिया है। वसई विरार मनपा क्षेत्र में कोरोनाकाल में 27 श्मशान भूमि में 126 कर्मचारी रखे गए थे। जो तीन शिप्टों में काम करते थे। आयुक्त ने सभी श्मशान भूमि का जायजा लिया। जिस श्मशान भूमि पर 6 कर्मचारी काम करते थे, वहां 3 कर्मचारी कम कर दिए, जहां चार थे, वहां दो कर दिए हैं। आयुक्त का कहना है कि श्मशान भूमि में जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों को रखा गया है। जिस श्मशान में शव कम आते हैं, वहां दो ही कर्मचारी काम पर रखे गए हैं। एक रात व एक दिन के लिए। इसलिए 126 कर्मचारियों में से 35 को निकाल दिया है। वीवीएमसी के कार्यकारी अभियंता राजेन्द्र लाड ने बताया कि कोरोना के चलते 27 श्मशान भूमि में 126 कर्मचारी काम पर रखे गए थे। जो जरूरत से अधिक थे। इनमें से 35 कर्मचारी कम कर दिए हैं। 5 लोगों को कोविड के कार्य के लिए रखा गया है। बाकी 30 कर्मचारियों को जरूरत पडऩे पर काम पर रखा जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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