मध्य रेल : कोरोना से लड़ाई में टेक्नोलॉजी और रोबोटिक उपकरणों का उपयोग
मुंबई, 19 दिसम्बर, (हि. स.)। अपने कोरोना वारियर्स की मदद से कारोना महामारी का सामना करने में मध्य रेल बेहद सफल रहा है। मध्य रेल ने नवीनतम तकनीक के प्रभावी उपयोग के साथ इस संकट का मुकाबला करने का बेहतरीन उदाहरण दिया है। यह देखते हुए कि कोरोना वायरस हवा और स्पर्श के माध्यम से फैलता है, मध्य रेल की टीम ने काफी श्रमसाध्य प्रयासों के बाद, रोबोट और रोबोटिक उपकरणों का उपयोग शुरू किया है। मध्य रेल मुंबई के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इन टेक्नोलॉजी और रोबोटिक उपकरणों के उपयोग और सफलता का विवरण इस प्रकार है। पैसेंजर स्क्रीनिंग : कोविड मुक्त और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों पर पहुंचने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए, मध्य रेल ने फेरी आई और द रोबोट कैप्टन अर्जुन इन हाउस तैयार किए हैं। ये दोनों रोबोट डिवाइस थर्मल आधारित स्क्रीनिंग सिस्टम हैं, जो शरीर के तापमान को पढऩे और रिकॉर्ड करने के लिए हीट सेंसर का उपयोग करते हैं। फेरी आई एक स्थापित कैमरा है जहां यात्री स्क्रीन से गुजरते हैं, जबकि कैप्टन अर्जुन एक चलता-फिरता उपकरण है, जिसके लिए यात्री को खुद को स्कैन करना पड़ता है। इसके अलावा, कैप्टन अर्जुन के पास ऑडियो-विजुअल सुविधा, सेंसर-आधारित सैनिटाइजर और मास्क डिस्पेंसर हैं और फर्श को भी साफ करने के लिए पहियों से लैस है। सेफ टिकटिंग और चेकिंग : एक सुरक्षित टिकटिंग प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, मध्य रेल ने एटीएमए (ऑटोमेटेड टिकटिंग मैनेजिंग एक्सेस) का उपयोग किया। पीआरसी जारी किए गए और यूटीएस ने सुरक्षित तरीके से अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए टिकट चेकिंग कर्मियों की मदद करने के लिए ओसीआर और क्यूआर कोड स्कैनिंग सुविधा के साथ चेकइन मास्टर नामक एक मोबाइल ऐप भी लांच किया गया है। इसके अलावा इस ऐप का उपयोग टिकट चेकिंग स्टाफ की उपस्थिति और वास्तविक समय की निगरानी के लिए भी किया जा रहा है। पोर्टेबल एम्पलीफायर और माइक्रोफोन के साथ एक पोर्टेबल नेकबैंड पब्लिक एड्रेस सिस्टम ने यात्रियों को महत्वपूर्ण निर्देश देने, यात्रियों को रेगूलेट करने, सोशल डिस्टेंसिंग आदि के साथ संचार करने के लिए फ्रंटलाइन स्टाफ कर्मचारियों को सक्षम किया है। जीरो कांटेक्ट- यात्री और सामान : सामान और अन्य प्रकार के संपर्क के माध्यम से संक्रमण को रोकने के लिए, मध्य रेल ने सीएसएमटी, दादर, एलटीटी और नागपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर स्वचालित लगेज रैपिंग और स्क्रीनिंग की सुविधा शुरू की है। इसके अलावा, सीएसआर के तहत सीएसएमटी में यात्रियों की सुविधा के लिए एक फुट आपरेटेड हैंड वाश वेंडिंग मशीन को तरल हैंडवॉश और पानी के साथ शून्य संपर्क के साथ स्थापित किया गया है। पैसेंजर हेल्थ : यात्रा से पहले और बाद में अपने स्वास्थ्य मापदंडों की निगरानी के लिए यात्रियों की सुविधा के लिए, उपनगरीय स्टेशनों जैसे एलटीटी, ठाणे, कल्याण में हेल्थ एटीएम कियोस्क स्थापित किए गए हैं और अन्य स्टेशनों पर भी इसे स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। ये कियोस्क बुनियादी प्रयोगशाला परीक्षण और आपातकालीन सुविधाओं से लैस हैं और एक चिकित्सा परिचर तैनात किते गये हैं, जहां यात्रियों को नाममात्र का शुल्क पर 16 से 18 प्रकार के स्वास्थ्य परीक्षण मिल सकते हैं जिनमें रक्तचाप, रक्त शर्करा, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और अन्य स्वास्थ्य मीट्रिक शामिल हैं। स्टाफ हेल्थ : कोविड महामारी से निपटने के लिए मध्य रेल ने रेलवे अस्पतालों में मरीजों के इलाज और सेवा के लिए रोबोट उपकरणों का प्रभावी उपयोग किया है। सोलापुर में रेलवे अस्पताल सोलापुर मंडल के मैकेनिकल विभाग द्वारा आरओ (बॉट), परेल वर्कशॉप द्वारा निर्मित 'मेडिबॉट जीवक' और ईएमयू कार शेड द्वारा निर्मित 'रक्षक' है, कुर्ला रोबोटिक स्वास्थ्य सहायकों के सर्वोत्तम उदाहरण हैं। रोगियों के साथ बातचीत करने के लिए चिकित्सा पेशेवरों की मदद करने के लिए, मरीजों और दूर से दवाइयों की जांच के लिए डिस्पेंसरी, थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर को डिस्पेंस करता है। ये रोबोट और रोबोटिक उपकरण के साथ-साथ मध्य रेल के अन्य फ्रंटलाइन स्टाफ, चिकित्सा कर्मियों और अन्य कोरोना योद्धा कोविड का मुकाबला करने और देश के हर कोने में यात्रियों और सामग्रियों को सुरक्षित परिवहन प्रदान करने में सबसे आगे रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in