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वसई-विरार में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन

मुंबई, 07 अप्रैल, (हि. स.)। पालघर जिले के वसई विरार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर वसई विरार मनपा ने मंगलवार से लॉकडाउन लगा दिया है। क्षेत्र में 30 अप्रैल तक के लिए सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं। जिससे व्यापारियों में भारी नाराजगी है। सरकार की गाइडलाइन के खिलाफ बुधवार को वसई विरार के व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है वह सरासर गलत है। व्यापारियों के साथ अन्याय हो रहा है। व्यापारी संघठन चुप बैठने वाले नहीं हैं। जब तक हमें दुकानें खोलने की इजाजत नहीं मिलती तब तक विरोध प्रदर्शन होते रहेंगे। जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह जैसे ही व्यापारियों ने अपनी अपनी दुकानें खोलनी शुरू की तभी वसई विरार मनपा व पुलिस ने दुकानें बंद करानी शुरू कर दी। व्यापारियों को कुछ समझ में ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। व्यापारियों के कुछ संघठन पुलिस स्टेशन पहुंचे तब पता चला कि सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है कि क्षेत्र की सभी दुकानें व होटल 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे। सरकार की गाइडलाइन से व्यापारियों में भारी रोष है। विरोध प्रदर्शन कर रहे एक कपड़ा व्यापारी ने बताया कि 2020 के लॉकडाउन से हमारी कमर टूट गई। नए साल में जैसे ही व्यापार थोड़ा पटरी पर लौट रहा था। तभी कोरोना की दूसरी लहर ने फिर से व्यापारियों को भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिया है। दुकान का किराया, लाइट बिल, कर्मचारियों की पगार, जीएसटी कहां से भरेंगे। सरकार को दुकानदारों के लिए समय निर्धारित करना चाहिए। दुकानें एकदम बंद करने से कई लोगों का रोजगार बंद हो जाएगा। एक अन्य व्यापारी ने बताया कि वसई विरार में फेरीवाले बैठ रहे हैं। जहां अधिक भीड़ होती है। मनपा या पुलिस ने उन्हें छूट दे रखी है। अगर बंद कराना है तो सबको बंद करो। हम तो पहले से ही सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। पांच से अधिक ग्राहकों को दुकान में नहीं लेते हैं। जबकि फेरीवाले बिना मास्क के सामान बेचते नजर आते हैं। उनके यहां तो 12 से 15 लोग खड़े रहते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप

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