मुंबई, रफ्तार डेस्क। महाराष्ट्र में एक फिर सियासी हलचल तेज होती नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में बड़े बदलाव के संकेत दिखाई दे रहें है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रहीं है। वैसे ही राजनीति सरगर्मियां तेज होती नजर आ रही है। अब महाराष्ट्र में INDI गठबंधन के एक प्रमुख साथी शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के सुर बदलते दिखाई दे रहें है। महाराष्ट्र में INDI गठबंधन के लिए यह राजनीतिक समीकरण ठीक नहीं लग रहें है।
हम कभी प्रधानमंत्री के दुश्मन नहीं थे, ना है- उद्धव ठाकरे
दरअसल, महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का एक बयान इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। महाराष्ट्र के सावंतवाड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह कभी प्रधानमंत्री के दुश्मन नहीं थे और न ही हैं। उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद चर्चा है कि क्या महाराष्ट्र में इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन में सब कुछ ठीक है? क्या महाराष्ट्र में भी इंडी गठबंधन में फूट होगी?
क्या कहा उद्धव ठाकरे ने?
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सावंतवाड़ी में एक जनसभा को संबोधित किया था। जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हम पहले भी कभी पीएम मोदी के दुश्मन नहीं थे और आज भी उनके दुश्मन नहीं हैं… पीएम मोदी ही वह व्यक्ति थे, जिन्होंने शिवसेना के साथ संबंध जोड़ने का फैसला किया था। हम आपके साथ थे। शिवसेना आपके साथ थी, लेकिन बाद में आपने हमें खुद से दूर कर दिया। उद्धव ठाकरे ने इस बयान के बाद बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि हमारा हिंदुत्व और भगवा ध्वज आज भी कायम है, लेकिन बीजेपी आज उस भगवा ध्वज को फाड़ने की कोशिश कर रही है।
'उद्धव के बयान को तूल देना उचित नहीं'
उद्धव ठाकरे के पीएम मोदी पर दिए इस बयान के बाद महाराष्ट्र की सियासत में बवाल होना वाजिब था। हलांकि इसको लेकर कांग्रेस का कहना है कि उद्धव के बयान को तूल देना ठीक नहीं है। उन्होने कभी ये नही कहा कि वो भाजपा के साथ जा सकते है। विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने उद्धव के इस बयान को लेकर कहा कि, 'ऐसा नहीं लगता कि वह ऐसा कुछ करेंगे। इसे तूल देना उचित नहीं होगा।' उन्होंने आगे कहा कि ठाकरे कि एक पंक्ति से ऐसा निष्कर्ष निकलता है। जैसे उद्धव ठाकरे से सब कुछ छीन लिया गया। उनके पास क्या बचा है? ठाकरे एक स्वाभिमानी नेता हैं और वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे।'
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें :- www.raftaar.in