मुंबई, हि. स.। शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे ने केंद्र की सत्ताधारी BJP पर चुनाव जीतने के लिए एक 'ठाकरे' को चुराने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उद्धव ठाकरे की यह टिप्पणी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच दिल्ली में हुई एक बैठक के मद्देनजर आई है।
भाई संग नजदीकी पर बरसे उद्धव
उद्धव ठाकरे ने नांदेड़ जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि यदि BJP उनके चचेरे भाई को अपने साथ ले लेती है, तो इससे उन्हें कोई परेशान नहीं होगी। राज ठाकरे की दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने BJP पर निशाना साधा है। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब ऐसी चर्चा है कि BJP महाराष्ट्र में अपने गठबंधन को बढ़ाने के लिए लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे की MNS के साथ गठबंधन करना चाहती है।
BJP पर बाल ठाकरे की विरासत को हड़पने की कोशिश करने का लगाया आरोप
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘BJP अच्छी तरह से जानती है कि उसे महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट नहीं मिलने वाले हैं। लोग यहां (बाल) ठाकरे के नाम पर वोट करते हैं। इस अहसास ने BJP को बाहर से नेताओं को चुराने की कोशिश करने के लिए प्रेरित किया है।’’ उन्होंने BJP पर बाल ठाकरे की विरासत को हड़पने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने मराठवाड़ा क्षेत्र में नांदेड़ और हिंगोली जिलों के अपने दो दिवसीय दौरे के समापन पर कहा, "पहले, उन्होंने बाल ठाकरे की तस्वीर चुरायी, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आज, वे एक और ठाकरे को चुराने की कोशिश कर रहे हैं। इसे ले लो, मैं और मेरे लोग काफी हैं।"
हिंदुत्व की शैली का किया उल्लेख
उद्धव ठाकरे की पार्टी विपक्षी महा विकास अघाड़ी और इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। उन्होंने दावा किया कि ईसाइयों और मुसलमानों को भी उनकी हिंदुत्व की शैली से कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा, "जब हम BJP के साथ थे, तब शिवसेना (अविभाजित) की छवि खराब हो रही थी लेकिन जब से हमने उनसे संबंध तोड़ा है, ईसाई और मुस्लिम समुदाय के सदस्य भी कह रहे हैं कि उन्हें हमारी हिंदुत्व की विचारधारा से कोई दिक्कत नहीं है।"
संजय राउत ने भी की BJP की आलोचना
दूसरी तरफ, शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी आरोप लगाया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली MNS और BJP गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे महा विकास अघाड़ी (MVA) की सफलता से डर गए हैं। दिल्ली में राज ठाकरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि अगर MNS, BJP नीत 'महायुति' में शामिल होती है, तो इसका राज्य की राजनीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह घटनाक्रम MVA की सफलता के डर से हो रहे हैं।’’
MVA में कौन हैं शामिल?
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग बहुत बुद्धिमान हैं और वे राज्य के खिलाफ रुख रखने वाले किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेंगे। MVA में शिवसेना (UBT) के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) अन्य घटक हैं।
राज ठाकरे की आज BJP को है जरुरत
जब शिवसेना अविभाजित थी, तब राज ठाकरे ने उद्धव के साथ अपने मतभेदों के कारण, उनसे नाता तोड़ लिया था और 2006 में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना की स्थापना की थी। भले ही राज ठाकरे को एक शक्तिशाली वक्ता के रूप में देखा जाता है और उनके समर्थकों का एक आधार है, लेकिन उनकी पार्टी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ सकी। BJP सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अतीत में उत्तर भारतीयों के खिलाफ राज ठाकरे की विवादास्पद टिप्पणी की तीखी आलोचना की थी।
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