तीसरे चरण के चुनाव को देखते हुए सरकार ने महाराष्ट्र में चली अपनी चाल। वोटरों को खुश करने के लिए प्याज के किसान और व्यापारियों के लिए प्याज के निर्यात पर पाबंदी को किया आंशिक।