नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। महाराष्ट्र की सियासत में आजकल सियासत गरम है। बीते कुछ सालों में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस के कई नेताओं पर ईडी ने शिकंजा लगातार कसा है। इस बीच बुधवार को ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई की है। खबरों के मुताबिक मुंबई में कई ठिकानों पर ED ने छापेमारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये छापेमारी आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण और संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर के यहां हो रही है।
ईडी की चल रही है छापेमारी
हालांकि, ED ने अभी नामों की पुष्टि नहीं की है। कोरोना के दौरान लाईफलाईन कंपनी के अन्तर्गत कथित घोटाले के मामले में ED ने केस दर्ज किया था। आदित्य ठाकरे और संजय राउत के करीबियों के 10 ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है। मुंबई, पुणे सहित कई शहरों में ईजी की छापेमारी जारी है।
क्या है पूरा मामला?
कोविड के दौरान मुंबई में कई कोविड सेंटर बने थे। ऐसा ही एक कोविड सेंटर मुंबई के दहिसर में बनाया गया था। आरोप है कि ये कोविड सेंटर संजय राउत के बेहद करीबी बिजनेसमैन सुजीत पाटकर ने बनाया था। इसके लिए सुजीत पाटकर की ओर से रातोंरात एक कंपनी बनाई गई। इसको लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विस नाम दिया गया था। आरोप लगाया गया है कि अनुबंध प्राप्त करने और अपनी कंपनी के खाते में 32 करोड़ रुपये प्राप्त करने के लगभग एक वर्ष बाद कोविड क्षेत्र के अस्पतालों के प्रबंधन के लिए BMC के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया गया।