जलगांव में छात्राओं को जबरन नचाने का मामला, सरकार ने दिए जांच के आदेश
मुंबई, 03 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र सरकार ने जलगांव जिले के एक छात्रावास में पुलिसकर्मियों द्वारा लड़कियों को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर नाचने के लिए मजूबर करने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। यह घोषणा बुधवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने की। गृहमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इसकी जांच करने के लिए अधिकारियों की चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। उन्हें दो दिनों में एक रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले चिखली से भाजपा विधायक श्वेता महाले ने यह मुद्दा उठाते हुए दावा किया था कि मामले में कुछ पुलिसवाले भी लिप्त हैं। मीडिया में आई खबरों के अनुसार जलगांव में एक छात्रावास की कुछ लड़कियों ने शिकायत की थी कि बाहर के लोगों और पुलिसकर्मियों को जांच के बहाने परिसर में प्रवेश की अनुमति दी गई और कुछ लड़कियों से कपड़े उतरवा कर उनसे जबरदस्ती नृत्य कराया गया। इस कथित घटना का एक वीडियो क्लिप भी सामने आया है। भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अगर आपकी या हमारी बहन के साथ ऐसा होता, क्या तब भी ऐसा ही जवाब दिया जाता। तब गृहमंत्री खून कर देते। उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है। मुनगंटीवार ने कहा कि पुलिस के पास घटना की पूरी जानकारी पहले से है। अगर पुलिस मशीनरी 15,000 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी जानकारी नहीं ले पा रही है, तो फिर इस सरकार की जरूरत क्या है?" नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस घटना की वीडियो क्लिप में दिखाई दे रहा है कि लड़की को निर्वस्त्र कर नाचने के लिए मजबूर किया गया, जो एक गंभीर मामला है। सरकार संवेदनशील तरीके से इस घटना पर तत्काल कार्रवाई करें। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय