यूजी तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम में हुई गलती सुधारी जाए
गुना, 18 नवम्बर (हि.स.)। यूजी (अंडर ग्रेजुएशन) तृतीय वर्ष का परीक्षा परीणाम अनेक छात्र छात्राओं का रुका हुआ है। वहीं कुछ विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में अंकों का विवरण ही नहीं है। इस तकनीकी खामी को जल्द से जल्द दूर किया जाए। यह मांग छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यककर्ताओं ने की है। बुधवार को संगठन के नेता व कार्यकर्ताओं ने पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीके तिवारी को एक ज्ञापन सौंपकर त्रुटि को सुधरवाने की मांग की है। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव गौरव रघुवंशी ने बताया कि त्रुटिपूर्ण रिजल्ट का पुन: विश्लेषण करवाकर उन छात्रों का रिजल्ट फिर से घोषित किया जाए। ज्ञापन देने के दौरान प्रदेश एनएसयूआई सचिव विशाल रघुवंशी, छात्र नेता आशीष जकोलिया, शुभम रघुवंशी, प्रदीप धाकड़, अनिकेश धाकड़ सहित कई छात्र मौजूद थे। - पहले भी हो चुकी है इस तरह की गलती एनएसयूआई प्रदेश महासचिव गौरव रघुवंशी के मुताबिक इस तरह की गलती पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन की गैर जिम्मेदाराना पूर्ण रवैया के कारण छात्र परेशान होते आए हैं। इसको लेकर कई बार छात्र अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी समस्याओं का निराकरण अभी तक नहीं किया गया है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि विवि द्वारा छात्रों का परीक्षा परिणाम तैयार करने की जिम्मेदारी कंपनी के भरोसे दे दी गई है। जीवाजी विश्वविद्यालय व इससे सबद्ध कॉलेज में हजारों की संख्या में पूरक या भूतपूर्व छात्र असाइन्मेंट के माध्यम से परीक्षा में सम्मिलित हुए। जिनमे पीजी कॉलेज गुना के भी सैंकड़ों छात्र शामिल हैं। इन छात्रों ने परीक्षा फार्म भरने से लेकर असाइनमेंट जमा करने तक सभी प्रक्रियाओं का पालन किया। लेकिन जब रिजल्ट देखा तो उनके कॉलम में अंक ही नहीं दिए गए थे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in