युवा कानूनविद आराध्य को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने दी डेढ़ करोड़ की स्कॉलरशिप
युवा कानूनविद आराध्य को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने दी डेढ़ करोड़ की स्कॉलरशिप

युवा कानूनविद आराध्य को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने दी डेढ़ करोड़ की स्कॉलरशिप

रतलाम, 25 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के छोटे से नगर जावरा से निकलकर येल यूनिवर्सिटी अमेरिका एवं ऑक्सफोर्ड से कानून की शिक्षा प्राप्त कर चुके युवा कानूनविद 25 वर्षीय आराध्य सेठिया को अब राजनीतिक ढांचे में संवैधानिक व्यवस्था के इंटरनेशनल शोध के लिए विश्व प्रसिद्ध कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी इंग्लैंड ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप दी है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के आमंत्रण पर आराध्य ने हाल ही में इंग्लैंड के कैम्ब्रिज शहर पहुंचकर ख्यात प्रोफेसर एलिसन यंग के मार्गदर्शन में शोध भी शुरू कर दिया है। वे वहां तीन साल तक रहकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक ढांचे के बीच विश्व के अलग-अलग संविधान में राजनीतिक प्रक्रिया को कैसे देखा जाता है और इसे और कैसे सुधारा जाए, इस विषय पर शोध पत्र तैयार करेंगे। महज 80 हजार की आबादी वाले जावरा नगर में रहकर हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 2010 में जब आराध्य इंजीनियरिंग, सीए व डॉक्टरी करने वाले युवाओं की भीड़ में अपना भविष्य तलाश रहे थे तभी थ्री इडियट फिल्म ने आराध्य को कुछ अलग करने के लिए इंस्पायर किया। पिता अशोक सेठिया प्रींटिंग प्रेस व्यवसायी एवं पत्रकारिता से जुड़े होने से आराध्य बचपन से ही राजनीति, सरकारी कार्यक्रम और कानून से जुड़ी गतिविधियों को गहराई से समझने का मौका मिला। बस यही वह क्षण था कि आराध्य ने भारत के सर्वोच्च कानून संविधान संबंधी पढ़ाई कर इसी में बदलाव का हिस्सा बनने की ठानी और दिल्ली पब्लिक स्कूल आर.के. पूरम नई दिल्ली में प्राविण्यता के आधार पर दाखिला लिया। वहीं से क्लेट की परीक्षा दी और इसमें मध्यप्रदेश में तो पहले पायदान पर रहे लेकिन देश में भी 9वें स्थान पर आकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बैंगलोर में एलएलबी ऑनर्स के लिए प्रवेश लिया। जल्द ही ख्यातनाम वकील राम जेठमलानी, जस्टिस चंद्रचूड़ सिंह, राजू रामचंद्रन जैसे कानूनविदों के साथ परिचर्चा में भाग लिया और फिर अपने शोध-पत्रों और लगन के बूते एलएलएम की डिग्री के लिए येल यूनिवर्सिटी अमेरिका में दाखिला मिला। वहां से एमफिल की डिग्री के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चयन हो गया। इस बीच कई शोध किए। उन्हीं के आधार और पढ़ाई के साथ इनोवेटिव सोच के आधार पर प्रख्यात प्रोफेसर्स के साथ इंटरव्यू ने सटिक जवाबों पर आराध्य को अब विश्व स्तरीय कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी इंग्लैंड ने पीएचडी के लिए आमंत्रित किया है। आराध्य बताते हैं कि मुझसे इंटरव्यू में पूछा गया था कि आप यह शोध क्यों करना चाहते हैं और इसमें क्या अलग होगा। इस पर मैंने जवाब दिया यह शोध सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं है, इसमें मेरी पढ़ाई के साथ-साथ व्यवहारिक अनुभव, छोटे से शहर में रहकर, पढ़़-लिखकर सरकारी और राजनीतिक व्यवहारिकता को नजदीक से समझने के अनुभव से भी मुझे यह शोध करने की प्रेरणा मिली और मैं किताबी ज्ञान और जमीनी हकीकत दोनों को ध्यान में रखते हुए इस शोध को संपूर्णता प्रदान करूंगा। बस इसी जवाब पर आराध्य का चयन हो गया। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in

Raftaar | रफ्तार
raftaar.in