प्री-मानसून की बारिश से खुशनुमा हुआ मौसम, खरीफ बुआई की तैयारियों में जुटे किसान
प्री-मानसून की बारिश से खुशनुमा हुआ मौसम, खरीफ बुआई की तैयारियों में जुटे किसान

प्री-मानसून की बारिश से खुशनुमा हुआ मौसम, खरीफ बुआई की तैयारियों में जुटे किसान

ग्वालियर, 14 जून (हि.स.)। मध्यप्रदेश में इन दिनों प्री-मानसून की बारिश हो रही है, जिससे मौसम खुशनुमा बना हुआ है। ग्वालियर जिले में भी पिछले चार दिनों से रोजाना शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। इससे किसान खरीफ फसल बुआई की तैयारियों में जुटे गए हैं। जिले में इस वर्ष एक लाख 70 हजार हैक्टेयर में से धान 95 हजार हेक्टेयर, ज्वार 12 हजार हेक्टेयर, बाजरा 10 हजार, उड़द 20 हजार 100 हेक्टेयर, मूँग 500 हैक्टेयर, अरहर 500 हेक्टेयर, मूंगफली एक हजार हेक्टेयर, सोयाबीन 3 हजार 500 हेक्टेयर एवं मक्का 350 हेक्टेयर में बोनी संभावित है। इसको देखते हुए यूरिया का 23 हजार 600 मैट्रिक टन, डीएपी 14 हजार 300 मैट्रिक टन, सुपर फास्फेट 3100 मैट्रिक टन, पोटास 700 मैट्रिक टन एवं अन्य कॉम्प्लेक्स 3100 मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है। कृषि उप संचालक डॉ. आनंद बड़ोनिया ने रविवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक जिले में यूरिया 8 हजार 240 मैट्रिक टन एवं डीएपी 12 हजार 955 मैट्रिक टन, सुपर फास्फेट 1226 मैट्रिक टन, पोटास 260 मैट्रिक टन एवं अन्य काम्प्लेक्स 2019 मैट्रिक टन प्राप्त हो चुका है। शेष उर्वरक शीघ्र जिले में भंडारित कराया जा रहा है। बोवाई को देखते हुए धान 8 हजार 330 क्विंटल, बाजरा 620, ज्वार 194, मक्का 51 क्विंटल, अरहर 378 क्विंटल, उड़द 546 क्विंटल, मूँग 155 क्विंटल, सोयाबीन 525 क्विंटल, मूँगफली 100 क्विंटल एवं तिल 212 क्विंटल बीज जिले में उपलब्ध हो चुका है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि इस वर्ष सामान्य मानसून एवं अच्छी वर्षा होने की मौसम विभाग की सूचना को देखते हुए कृषक अभी से आवश्यकतानुसार खाद-बीज का क्रय कर लें, जिससे बोवाई के समय सामग्री प्राप्त करने में समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिले में खरीफ सीजन के लिये भंडारित खाद, बीज एवं दवा उच्च गुणवत्ता की हो, इसके लिए गुणवत्ता की परख कृषि विभाग द्वारा सतत कराई जा रही है। कृषि कार्य करते समय किसान भाई कोरोना का संक्रमण न हो, इसके लिये यह भी ध्यान रखें कि 4 से अधिक व्यक्ति इकठ्ठे न हो तथा उनके बीच दो मीटर की पर्याप्त दूरी रखें। बुखार, सर्दी, खाँसी की स्थिति में अपने खेतों में काम कर रहे श्रमिक व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श की सलाह दें। कोरोना वायरस से सुरक्षा हेतु अपने चेहरे पर मास्क, गमछा, रूमाल, कपड़ा लगाएं तथा हाथों में मौजे, ग्लब्स, आवश्यक रूप से पहनें। कृषि कार्य करते समय मादक पदार्थ तम्बाकू का सेवन न करें। समय-समय पर 20 सैकेण्ड तक अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। हिन्दुस्थान समाचार / श्याम / मुकेश-hindusthansamachar.in

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