पुत्रवधु का विवाह रच सास-ससुर ने कन्यादान की रस्म के साथ उसे दी विदाई

पुत्रवधु का विवाह रच सास-ससुर ने कन्यादान की रस्म के साथ उसे दी विदाई
पुत्रवधु का विवाह रच सास-ससुर ने कन्यादान की रस्म के साथ उसे दी विदाई

नागदा, 30 जून (हि.स.)। नगर में एक परिवार ने पुत्रवधु का विवाह रच उसका कन्यादान कर बेटी के रूप में उसे मंगलवार को विदा किया। यह प्रेरणादायी कार्य त्रिवेदी परिवार ने समाज की परंपरागत मान्यताओं को तोडक़र एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। एक सादे समारोह में कन्यादान में कई लोग साक्षी बने। त्रिवेदी परिवार की पुत्रवधु शिवानी का हाथ जावरा जिला रतलाम के चिकित्सक अविनाश त्रिवेदी ने थामा है। मप्र विधुत मंडल नागदा में अकाउंटेंट के पद से सेवानिवृत जीएल रिवेदी ने पुत्रवधु के जीवन में आए अंधेरे को दूर कर उसका घर बसाने का निर्णय लिया था। त्रिवेदी परिवार का प्रतिभावान पुत्र मोना उर्फ उपेेंद्र त्रिवेदी महज 28 वर्ष की उम्र में 12 नवंबर 2018 को इस दुनिया में नहीं रहा । हार्ट अटैक ने उसकी जिंदगी छिन ली । इंदौर की एक निजी कंपनी में वह कार्यरत था। उपेंद्र एवं शिवानी 7जून 2017 को परिणय सूत्र में बंधे थे। नागदा से सेवानिवृति के बाद लगभग 4 वर्ष पहले जीएल त्रिवेदी का परिवार अपने प्रेतृक शहर बडऩगर जिला उज्जैन चला गया था। वरमाला की रस्म में जी.एल त्रिवेदी उनकी पत्नी शोभा त्रिवेदी एवं समूचे परिवार ने दूल्हा-दुल्हन पर पुष्प बरसा कर स्वागत किया। जीएल त्रिवेदी ने बताया बडऩगर में कोरोना का प्रकोप के चलते परिजनों ने शादी की रस्म खाचरौद के सुनेरिया बाग में एक सादे कार्यक्रम में करने का निर्णय लिया। मंगलवार को यह काय्रक्रम संपन्न हुआ। शिवानी के पिता राजेंद्र शर्मा का परिवार भी खाचरौद में रहता है। नम आंखों के साथ दोनों परिवार ने मंगलवार को शिवानी को आर्शीवाद के साथ विदाई दी। हिन्दुस्थान समाचार/ कैलाश सनोलिया-hindusthansamachar.in

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