दालों के बाद अब सोयाबीन तेल हुआ महंगा
दालों के बाद अब सोयाबीन तेल हुआ महंगा

दालों के बाद अब सोयाबीन तेल हुआ महंगा

मंदसौर, 22 दिसम्बर (हि.स.)। दालों के दामों में वृद्धि के बाद अब सोयाबीन तेल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। एक माह पहले तक 100 रुपये किलो बिक रहा सोयाबीन तेल अब 120 रुपये पहुंच गया है। मांग अधिक और आपूर्ति कमजोर होने के कारण दामों में बढ़ोतरी होना किराना व्यापारी बता रहे हैं। इसके साथ ही अब ठंड में मांग बढ़ते ही गुड़ के दामों में भी तेजी आ गई है। चाय पत्ती के दाम भी 340 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा दालों के दाम भी तेज हैं। इसी बीच हरी सब्जियों के दामों ने जरूर लोगों को राहत दी है। सब्जियों के दामों में 15 दिनों में 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है। लॉकडाउन के बाद से ही किराना वस्तुओं में तेजी बनी हुई है। लोग महंगाई को कोस रहे हैं। तुवर दाल के दाम अभी भी 100 प्रति किलो पर ही बने हुए हैं। वहीं सबसे ज्यादा सोयाबीन तेल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। सोयाबीन तेल के दाम 118 से 120 रुपये प्रतिकिलो पर पहुंच गए हैं। इस कारण गरीबों की पहुंच से सोयाबीन तेल भी बाहर होने लगा है। एक माह में सोयाबीन तेल में 20 प्रतिशत तक महंगाई बढ़ी है। सोयाबीन के विदेशी भाव में आए उछाल व फसल में होने वाले नुकसान के कारण तेजी आ रही है। दालों में तो 25 से 30 रुपये प्रति किलो तक दाम बढ़ गए हैं। गुड़ की मांग बढ़ गई है। इससे कुछ दिन पहले तक 25 से 30 रुपये किलो बिक रहा गुड़ अब 35 से 40 रुपये किलो हो गया है। सब्जी के दामों 50 प्रतिशत तक की कमी जिले के खेतों में सब्जी की अच्छी पैदावार होने से मंडी में सब्जी की बंपर आवक हो रही है। इससे 15 दिनों में सब्जी के दामों में 50 प्रतिशत तक की कमी हो गई है। इससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है। हरी मिर्च 15 दिन पहले 90 से 100 रुपये किलो बिक रही थी, अब 20 से 25 रुपये किलो है। सब्जी विक्रेता पूनमचंद चुड़ेलिया ने बताया कि अभी आवक अधिक है और मांग कमजोर है। 15 जनवरी के बाद दाम बढ़ने की संभावना है। किराना सामग्री के दाम तेल सोयाबीन 118-120 शकर 36-40 गुड़ 35-40 चावल 30-120 चना दाल 65-70 तुवर दाल 90-100 मूंग मोगर 95-105 उड़द मोगर 95-110 मसूर दाल 70-75 पोहा 36-40 साबुदाना 50-60 सींगदाना 90-95 चाय खुली 240-340 तिल नई 115-125 नोटः दाम किराना व्यापारी के अनुसार, दाम प्रतिकिलो के मान से है। हिन्दुस्थान समाचार, अशोक झलौया-hindusthansamachar.in

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