जिला अस्पताल के स्टोर रूम में आग, दवाइयां और रिकॉर्ड जलकर राख
गुना, 23 दिसम्बर (हि.स.)। गुना जिला अस्पताल के डीईआईसी भवन स्थित स्टोर रूम में बुधवार को सुबह के समय आग लग गई। जिससे आसपास बने वार्डों में भर्ती मरीज व अटैंडरों में हडक़म्प मच गया। इस आगजनी की घटना में स्टोर रूम में रखा सामान सहित दवाइयां और रिकॉर्ड जलकर राख हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यदि इस आग को बुझाने में जरा सी भी देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसकी मुख्य वजह है स्टोर रूम से लगे हुए मेडिकल वार्ड, डायलिसिस यूनिट, मेडिकल आईसीयू तथा नया कोविड आईसीयू। यहां तक आग पहुंचने की स्थिति में काफी ज्यादा हानि होने की संभावना थी। वहीं दूसरा कारण वार्ड में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर, जो हादसे को विकराल बना सकते थे। कुल मिलाकर इस आगजनी में वहां मौजूद लोगों की सतर्कता व तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। आग लगने के कारण को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं सामने आई हैं। जिनमें जानबूझकर आग लगाने की बात भी सामने आ रही है। इसके पीछे हाल ही में शासन द्वारा एनएचएम का रिकार्ड मांगा जाना कारण भी बताया जा रहा है। हालांकि आग लगने के सही कारणों की जांच पुलिस कर रही है। बताया जाता है कि आग लगने की सूचना पर फायर बिग्रेड को बुलाया गया था लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही फायर सेफ्टी सिलेंडरों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के जिस स्टोर रूम में यह आगजनी की घटना बुधवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे घटित हुई। वह परिसर स्थित मेटरनिटी वार्ड से लगे हुए जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीईआईसी) भवन के फस्र्ट फ्लोर पर है। स्टोर रूम के एक तरफ मेडिकल वार्ड तो दूसरी तरफ डायलिसिस यूनिट तथा मेडिकल आईसीयू है। इसी से लगा हुआ नया कोविड आईसीयू है। स्टाफ के मुताबिक स्टोर रूम में टूटे फूटे पलंग, गद्दों के अलावा दवाईयां व मरीजों से जुड़े दस्तावेज रखे हुए थे। यह सभी सामान शार्ट सर्किट से भडक़ी आग से जलकर खाक हो गया। - यह बोले जिम्मेदार स्टोर रूम में आग लगने की घटना डीईआईसी भवन के फस्र्ट फ्लोर पर बुधवार सुबह साढ़े 7 बजे के करीब घटित हुई। शार्ट सर्किट से आग लगना सामने आया है। स्टोर रूम में रखा वेस्ट मटेरियल ही जला है। वहां जरूरी सामान या दस्तावेज नहीं थे। इस मामले में विधिवत कार्रवाई कोतवाली पुलिस ने की है। डॉ हर्षवर्धन जैन, सिविल सर्जन हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in