ग्वालियर: क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर से मिलेगी शहर की कला और कलाकारों को पहचान
ग्वालियर: क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर से मिलेगी शहर की कला और कलाकारों को पहचान

ग्वालियर: क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर से मिलेगी शहर की कला और कलाकारों को पहचान

ग्वालियर, 21 दिसम्बर (हि.स.)। ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के हर वर्ग के लिये कई विकास कार्य किये जा रहे हैं। क्षेत्रीय कला और कलाकारों को एक बेहतर मंच प्रदान कराना भी स्मार्ट सिटी के मुख्य उद्देश्यों में से है। इसी उदेश्य को लेकर ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा मोतीमहल स्थित रीजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर को अब नए सिरे से संवारा जा रहा है। यहां शिल्पकार देश की महान हस्तियों की प्रतिमाएं तैयार कर रहे हैं। लाकडाउन और अनलॉक के दौर में शिल्पियों ने जो प्रतिमाएं तैयार की थी, उनको प्रदर्शित करने का काम शुरू हो गया है। साथ ही परिसर में नई अत्याधुनिक मशीनों के स्थापन के साथ ही इस पूरे परिसर का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुये बताया कि क्षेत्रीय आर्ट और क्राफ्ट को अधिक ऊचाइयों पर पहुंचाने व इनके प्रचार-प्रसार के लिए शहर के मोती महल परिसर में स्थित रीजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर को स्मार्ट सिटी द्वारा नए सिरे से संवारने का काम किया जा रहा और सेंटर के लगभग सभी कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अगले 15 दिन में बचे हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे। इस सेंटर के विकसित होने से न केवल क्षेत्रीय स्टोन आर्ट व वुडन आर्ट के आर्टिस्टों को नई पहचान मिल सकेगी, सेंटर पर कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित भी कर सकेंगे। यहां कला प्रेमियों को आसानी से काम करने और सीखने का भी मौका भी मिलेगा। सेंटर पर कलाकार पर्यटकों एवं ग्वालियराइट्स को शिल्प कला के लिए ओपन मंच भी उपलब्ध कराया जायेगा। जयती सिंह ने बताया कि रीजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर पर स्टोन और वुडन कटर मशीनों को लगाने के साथ ही यहाँ पूरे परिसर पर कलाकारों की सुविधानुसार सेंटर को विकसित किया गया है, ताकि इस सेंटर पर क्षेत्रीय कला और कलाकारों को बेहतर माहौल प्राप्त हो सके। वर्तमान में भी इस सेंटर पर मूर्तियाँ तरासने का कार्य किया जा रहा है, सेंटर में स्वामी विवेकानंद, भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की प्रतिमाएं इत्यादी तैयार की गई हैं, जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र है। रीजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं - पर्यटकों एवं ग्वालियर राइटस को शिल्प कला हेतु ओपन मंच मिल सकेगा। - शहर के आसपास क्षेत्रीय आर्ट और शिल्प डिजाइन को नया स्वरुप मिलेगा। - सभी आर्टिस्टों को अपनी कलाकृतियो को एक्जीबीशन व अन्य माध्यमो से प्रदर्शित करने के लिये एक्जीबीशन लगाने के लिये हाल मिल सकेगा। - आर्ट और क्राफ्ट को डिजाइन करने के लिये युनिक टूल्स उपलब्ध होंगे। - युवा कलाकारों को आर्ट की बारीकियां व अधिक जानकारी के लिये एजुकेशन हाल उपलब्ध होगा। - आर्ट व क्राफ्ट के नये स्वरुप को लोगों तक पहुचाने के लिये परिसर में सिंटिंग स्पेश, गार्डन, फाउंटेन, म्यूजिक, फूड व डिस्प्ले हाल रेडी किया गया है ताकि लोगों का इसकी ओर रुझान बढ़े। कुछ ऐसी रहेगी रीजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर की बनावट इस सेंटर पर विभिन्न अत्याधुनिक सुविधाओ के साथ ही कलाकारों और आने वाले पर्यटकों के लिये इमारत को विभिन्न हिस्सों में विभाजित किया गया है, जिसके तहत बुडन वर्कशॉप, स्टोर, डिस्प्ले हाल, आफिस, ट्रेनिंग रुम, स्टोर रुम, आवास कक्ष, स्टोन वर्कशाप ग्राउंड, टेम्पल, सहीत गार्डन का समावेश किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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