कृषि उपज मंडी में आदर्श लहसुन मंडी शीघ्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर कृषि मंत्री को व्यापारियों ने ज्ञापन दिया
कृषि उपज मंडी में आदर्श लहसुन मंडी शीघ्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर कृषि मंत्री को व्यापारियों ने ज्ञापन दिया

कृषि उपज मंडी में आदर्श लहसुन मंडी शीघ्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर कृषि मंत्री को व्यापारियों ने ज्ञापन दिया

रतलाम, 10 नवम्बर (हि.स.)। कृषि मंत्री कमल पटेल को ज्ञापन देकर युवा व्यापारी संघ ने मंडी प्रांगण में अधिग्रहित की गई भूमि पर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ कर आदर्श थोक लहसुन,प्याज मंडी शीघ्र प्रारंभ करने की मांग की। संघ के अध्यक्ष निलेश बाफना ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए इस संदर्भ में कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह समस्या को जानकर शीघ्र हल करने का प्रयास करेंगे। ज्ञापन में मुख्यमंत्री का भी प्रदेश के समस्त मंडी व्यापारियों की तरफ से मंडी शुल्क कम करने को लेकर आभार व्यक्त किया गया । ज्ञापन में कहा गया कि रतलाम में थोक लहसुन, प्याज मंडी वर्ष 2006 से थोक सब्जी मंडी प्रांगण में सरकारी नीलामी पद्धति के आधार पर सफलता पूर्वक चल रही है । वर्ष 2006 से ही हम लहसुन, प्याज व्यापारियों के पास माल की ग्रेडिंग और लोर्डिंग करने बाबत् कोई गोदाम पर्याप्त मात्रा में नहीं है उसके बाद भी हम पुरी ईमानदारी से टेक्स भरते हुए हर समस्या का सामना करते हुए व्यापार कर रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया कि पूरे प्रदेश में प्याज की आदर्श मंडी के रूप में रतलाम की मंडी स्थापित हो गई है यहां प्रतिदिन 15 से 25 हजार कट्टे प्याज आकर बिक्री हुए है और किसानों को कोई तकलीफ नहीं आने दी। वर्तमान में थोक लहसुन, प्याज मंडी शहर के मध्य सब्जी मंडी प्रांगण में संचालित होती है जिसमें जगह काफी कम मात्रा में होने से अव्यवस्था फैलती रहती है जिससे आए दिन शहर में चक्काजाम जैसी स्थिति लग जाती है । यह है कि थोक अनाज मंडी के पास अभी मंडी समिति ने 23 बीघा के लगभग जमीन आवंटित कर उसमें बाउण्ड्रीवाल का कार्य पूर्ण हो गया है और हम को जहां तक मालुम है कि वह जगह मंडी बोर्ड ने लहसुन प्याज मंडी की स्थापना के लिए रख रखा है । अत: आप से निवदेन है कि आप उसमें शीघ्र सीसीरोड़ एवं शेड का कार्य पूर्ण करवा देंगे तो रतलाम का लहसुन, प्याज का व्यापार और बड़ जाएगा एवं शहर में व्याप्त चक्काजाम की स्थिति से शहरवासियों को राहत मिल जाएगी तथा हम व्यापारियों को माल की लोर्डिंग एवं ग्रेडिंग करने के लिए पर्याप्त मात्रा में जगह उपलब्ध हो जाएगी । यह है कि आज हम सिर्फ लहसुन, प्याज व्यापारी एक वर्ष में 4 करोड़ के लगभग राजस्व मंडी शुल्क के रूप में मंडी प्रशासन को देते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी-hindusthansamachar.in

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