किसान को भी मिलना चाहिए उपज का दाम तय करने का अधिकार: विष्णुदत्त शर्मा
किसान को भी मिलना चाहिए उपज का दाम तय करने का अधिकार: विष्णुदत्त शर्मा

किसान को भी मिलना चाहिए उपज का दाम तय करने का अधिकार: विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल, 15 दिसम्बर (हि.स.)। केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन नये कृषि संबंधी कानूनों के समर्थन में मंगलवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में किसान सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों के लिए ऐसे कानून बनाए, जिससे देश के किसान समृद्ध हो सकें। भारतीय जनता पार्टी की सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी कांग्रेस ने कभी किसानों की चिंता नहीं की। जब कोई व्यापारी अपना प्रोडक्ट बनाता है तो उसका मूल्य खुद तय करता है। कोई कलाकार अगर मूर्ति बनाता है तो उसका मूल्य भी वह स्वयं तय करता है। लोकतंत्र में संवैधानिक तौर पर सबको अधिकार हैं। इसलिए जब कोई किसान खून पसीना बहाकर फसल उगाता है, तो उसे भी अपनी फसल का मूल्य तय करने का अधिकार मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि बिल के माध्यम से किसानों को अपनी उपज का मूल्य तय करने, उसे कहीं भी बेचने का अधिकार दिया है। वामपंथी और कांग्रेस कर रहे किसानों को भ्रमित शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों को अधिकार संपन्न बनाया है, जो काम कांग्रेस कभी नहीं कर पाई। मोदी जी ने किसानों को उनका हक दिलाया, लेकिन दुर्भाग्य है कि कुछ वामपंथी और कांग्रेस के नेता जो हमेशा से देश के विरोध में खड़े रहते हैं, वो किसान आंदोलन के नाम पर किसानों को भडक़ाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है कि एमएसपी खत्म हो जायेगी, कृषि उपज मंडियां बंद हो जायेगी। जबकि सरकार ने स्पष्ट तौर पर यह कहा है कि कृषि कानूनों में कहीं भी यह प्रावधान नहीं है कि किसानों की एमएसपी खत्म हो। किसानों की एमएसपी मिलती थी और हमेशा मिलती रहेगी। अब किसानों के पास अपनी उपज बेचने के कई विकल्प होंगे। उन्होंने कहा कि नए कानून से बिचौलिए खत्म होंगे। कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता कन्फ्यूज, किसानों को भी कर रहे भ्रमित : कृषि मंत्री पटेल प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कन्फ्यूज हैं, इसलिए वो किसानों को भी भ्रमित कर रहे हैं। लेकिन किसान भाइयों को कन्फ्यूज होने की आवश्यकता नहीं है। कृषि क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन लाने के लिए केन्द्र सरकार कृषि संशोधन कानून लेकर आयी है। इस कानून से किसानों को न्याय मिलेगा और उनको आर्थिक आजादी मिलेगी। उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाएं, हर चौपाल पर किसान भाई कृषि कानून के लाभ बताएं। उन्हें बताएं कि इन कानूनों से भारत शक्तिशाली, वैभवशाली और समृद्धशाली बनेगा। ये कानून गांव की तकदीर और तस्वीर बदलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल तक कांग्रेस ने बिचौलियों से मुक्ति के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन अब किसानों को उनसे मुक्ति मिल रही है, तो उसमें भी कांग्रेसियों के पेट में दर्द हो रहा है। कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के माध्यम से 75 साल बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गांवों को आजादी दी है। सैकडों किसानों ने नारे लगाकर कहा हम मोदी जी के साथ सम्मेलन में शिवराजसिंह चौहान एवं विष्णुदत्त शर्मा ने किसानों को कृषि संशोधन कानून के बारे में बताते हुए समर्थन मांगा तो कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित सैकड़ों किसानों ने ‘‘किसान कानून लागू करो हम तुम्हारे साथ है ’’मोदी जी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ है’’ के नारे लगाते हुए खडे होकर अपना समर्थन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और प्रदेश के किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ और कृषि कानून के साथ है। प्रदेश अध्यक्ष ने नए कृषि कानून की सच्चाई हर चौपाल तक पहुंचाने की बात कही। कई जिलों से युवा किसान और महिला किसान भी सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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