अभिलेख सत्यापन रोकने से आहत चयनित शिक्षक सांसद से मिले, सुनाई आपबीती
अभिलेख सत्यापन रोकने से आहत चयनित शिक्षक सांसद से मिले, सुनाई आपबीती

अभिलेख सत्यापन रोकने से आहत चयनित शिक्षक सांसद से मिले, सुनाई आपबीती

रीवा, 19 जुलाई (हि.स.)। समूचे प्रदेश में शिक्षको की कमी को ध्यान में रखते हुये रिक्त स्थानों की पूर्ति के लिये वर्ष 2018 में शिक्षको की भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ की गई थी, इस हेतु पात्रता परीक्षा का आयोजन वर्ष 2019 में किया गया। तथा परीक्षा के एक वर्ष पश्चात् भर्ती पात्रता परिणाम घोषित कर चयनित शिक्षकों की सूची जारी कर दी गई। इसी बीच कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लाकडाउन हो जाने से प्रक्रिया में रूकावट आ गई तथा लम्बे जद्दो जहद के बाद 01 जुलाई से चयनित शिक्षको के अभिलेखो के सत्यापन का कार्य प्रारम्भ किया गया, जो सप्ताह में तीन दिन बुधवार, गुरूवार, शुक्रवार को सुचारू रूप से चला। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा 04 जुलाई को आदेश जारी कर कोरोना के बढ़ते प्रभाव एवं लोक परिवहन की अनुपलब्धता को आधार बना कर सत्यापन की प्रक्रिया रोक दी गई। इस संबंध में चयनित शिक्षकों के प्रतिनिधि मण्डल ने रविवार को रीवा में राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल से उनके आवास में भेंट कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि दस्तावेज सत्यापन में लगी रोक हटा कर सत्यापन कार्य पूरा करा कर चयनित शिक्षको को उनके कार्य स्थल में उपस्थित कराया जाय। ज्ञापन में मांग की गई है कि मूल विषयों के सह विषयों को भी भर्ती प्रक्रिया में मान्य किया जाय। चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधि मण्डल को राज्यसभा सांसद पटेल ने आश्वस्त किया है कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर चयनित शिक्षको के साथ किये जा रहे अन्याय की आवाज पूरी ताकत के साथ उठायेगे तथा उन्हे न्याय दिलाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार / विनोद शुक्ल-hindusthansamachar.in

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