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जब सरप्लस बिजली है तो क्यों हो रही है अघोषित बिजली कटौती: अजयसिंह

भोपाल, 26 मई (हि.स.)। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने विन्ध्य के ग्रामीण इलाकों में हो रही अघोषित बिजली कटौती पर कड़ी आपत्ति करते हुए कहा है कि बिजली विभाग की मनमानी तत्काल बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हजारों उद्योग ऐसे हैं जो विन्ध्य के ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली कटौती से प्रभावित हो रहे हैं। इनमें चक्की, क्रेशर, राईस मिल और आईल मिल जैसे उद्योग शामिल हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिजली विभाग द्वारा इन इलाकों में दोपहर तक थ्री फेस बिजली और दोपहर के बाद सिंगल फेस बिजली दी जा रही है। इसके साथ ही आये दिन मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती होती रहती है जिससे इन उद्योगों के संचालक परेशान हैं और इनमें काम करने वाले बेरोजगार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के इन उद्योगों द्वारा कमर्शियल बिजली कनेक्शन लिया गया है जिसके लिए उन्हें महँगी दरों पर बिजली प्रदाय की जाती है। यह स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसे उद्योगों को 24 घंटे बिजली प्रदाय की जायेगी लेकिन इसके बावजूद अघोषित रूप से नियमित बिजली कटौती किया जाना गंभीर चिंता की बात है। अजय सिंह ने कहा कि इन उद्योगों के संचालकों ने बैंकों से ऋण लेकर अपना कामकाज शुरू किया है और इसके माध्यम से कोरोना महामारी की कठिन परिस्थितियों में भी लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है। यदि बिजली नहीं मिलेगी तो न केवल बैंकों का ऋण चुकाना मुश्किल होगा बल्कि उनमें काम करने वाले मजदूर भी बेरोजगार हो जायेंगे। अजयसिंह का कहना है कि जब प्रदेश में सरप्लस बिजली है तब इस प्रकार से अघोषित कटौती करने का क्या औचित्य है। उन्होंने मांग की है कि ग्रामीण इलाकों के उद्योगों के लिए भी शहरी इलाकों की तरह 24 घंटे थ्री फेस बिजली प्रदाय किया जा सुनिश्चित किया जाए। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय

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