सब्जी विक्रेताओं तथा ग्रामीणों ने किया पुलिस पर पथराव
सिंगरौली, 10 मई (हि.स.)। कोतवाली थानाक्षेत्र के हिर्रवाह गांव में आक्रोशित गांव वालों ने पुलिस कर्मियों पर पत्थरों से उस वक्त हमला बोल दिया जब पुलिसकर्मी वहां पर भीड़ लगाये बैठे सब्जी विक्रेताओं को कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने के लिए गये हुए थे। जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर हिर्रवाह गांव में रिलायंस कन्वेयर के पास सोमवार को सड़क के किनारे गांव के लोग बिना मास्क तथा बिना उचित दूरी बनाये सब्जियां बेंच रहे थे। उस दौरान सब्जी विक्रेताओं के साथ साथ बड़ी संख्या में अन्य ग्रामीण तथा बच्चे भी वहां पर मौजूद थे। गांव वालों का कहना था कि कोरोना की वजह से उनका सारा कारोबार चौपट हो गया है तथा घर परिवार का रोज का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। सब्जी भाजी बेंचना ही उनके गुजर बशर का मुख्य साधन है। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरो लगाते हुए कहा कि पुलिस वाले उन्हें सब्जी बेंचने से मना करते हैं। इतना ही नहीं तो पुलिस वाले भद्दी भद्दी गालियां देते हैं और मारते भी हैं। दरअसल इस सच्चाई से इंकार भी नहीं किया जाना चाहिए कि जिले में कोरोना के विस्तार की वजह से जहां स्थितियां दिनोंदिन चिंताजनक बनती जा रही हैं। वहीं लॉकडाउन की वजह से रोजीरोटी को लेकर आम आदमी बुरी तरह से बदहाली झेलने को विवश हो गया है। यद्यपि कोरोना संक्रमण की इस महामारी के दौर में प्रशासन की ओर से अपनी जिम्मेदारियों का यथासंभव निर्वहन किया जा रहा है। परंतु उसके बावजूद जिले में लंबे समय से कुंडली मारकर बैठे तथाकथित नौकरशाहों की तानाशाही तथा उनकी मनमर्जी की वजह से आम नागरिकों को तमाम तरह की परेशानियों से गुजरने की विवशता बढ़ती जा रही है। उधर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की बात की जाय तो कोरोना के डर से जिले के जनप्रतिनिधि स्वयं तथा अपने परिजनों के बचाव में जनता से दूर अजनबी गंतव्य में चले गए हैं तथा गांव, गरीब व आमजनों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। जनप्रतिनिधि फोन ही नहीं उठाते। जिससे यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि शायद जिले के जनप्रतिनिधियों मोबाइल फोन पर बात करने परभी अंकुश लगा दिया है। इस बात को स्वीकार करना होगा कि जनता में त्राह त्राहि मची हुई है। उधर हिर्रवाह की घटना को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हिर्रवाह में गांव वाले सड़क के किनारे भीड़ लगाकर सब्जियां बें रहे थे। इस दौरान वहां पर सब्जी विक्रेताओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में ग्रामीण तथा छोटे छोटे बच्चे मौजूद थे जो बिना मास्क लगाये इकट्ठा थे। पुलिस वालों ने सब्जी विक्रेताओं सहित वहां पर मौजूद ग्रामीणों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने अपने घरों में रहने की समझाइश दे रहे थे तथा सब्जी विक्रेताओं से अपील कर रहे थे कि वे शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा का ध्यान रखते हुए लोगों के घरों में जाकर सब्जी बेंचने का काम करें। इतने में वहां पर मौजूद कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस वालों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। श्री सोनकर ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस वालों ने वहां से भाग लेना उचित समझा। सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी फौरन हिर्रवाह पहुंच गए तथा लोगों को समझा बुझाकर वहां से अलग थलग किया गया। इस दौरान किसी को चोट नहीं आई। एडिशनल ने कहा कि सिंगरौली पुलिस जनमानस की सहायता के लिए पूरी जिम्मेदारी से बराबर काम कर रही है। समय व परिस्थितियों की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने आम नागरिकों से भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाने तथा समय समय पर पुलिस प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। हिंदुस्थान समाचार/कमलाकांत मिश्र