नाकाम रही अफसरों की समझाईश, डुलारिया के ग्रामीण नहीं लगवा रहे वैक्सीन
सुदूर आदिवासी अंचलों में वैक्सीन को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म बैतूल, 22 जून (हि.स.)। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जहां म.प्र. सरकार द्वारा 21 जून से प्रदेश भर में वैक्सीनेशन महाअभियान चलाया जा रहा है। वहीं कोरोना वैक्सीन को लेकर बैतूल जिले के सुदूर आदिवासी गांवों में अफवाहों का बाजार गर्म होने से ग्रामीण वैक्सीन लगाने को तैयार नहीं है। जानकारी के अनुसार जिला एवं विकासखंड स्तरों के अफसरों की टीम गांव-गांव की खाक छानकर ग्रामीणों को समझाईश देकर उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है, परंतु अफवाहों से प्रभावित ग्रामीण वैक्सीन लगाने से साफ इंकार कर रहे हैं जिससे अफसरों की समझाईश भी नाकाम साबित हो रही है। भीमपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत डुलारिया के ग्रामीण अपर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ जैसे वरिष्ठ प्रशासनिक अफसरों की समझाईश के बाद भी वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। आधा दर्जन अफसरों ने चौपाल लगाकर दी समझाईश प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिवासी विकासखंड भीमपुर की ग्राम पंचायत डुलारिया में ग्रामीणों द्वारा वैक्सीन नहीं लगाने की जानकारी मिलने पर 20 जून को अपर कलेक्टर जेपी सचान, जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी, एसडीएम भैंसदेही केसी परते, सीईओ जनपद पंचायत भीमपुर कंचन वास्केल, उपयंत्री हैवद बडोदे, एडीओ सिसोदिया ने ग्राम पंचायत डुलारिया पहुंचकर चौपाल लगाकर ग्रामीणों को वैक्सीन लगाने की समझाईश दी। अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाना अत्यंत जरूरी है, परंतु ग्रामीणों ने क्षेत्र में चल रही अफवाहों का हवाला देकर बताया कि वैक्सीन लगाने से मौत हो रही है। इसलिए वे वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत डुलारिया में लगभग 2843 मतदाता हैं जो सभी वैक्सीन लगाने की पात्रता रखते हैं परंतु अभी तक किसी भी ग्रामीण द्वारा वैक्सीन नहीं लगवाई है, हालांकि प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने की समझाइश दी जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/विवेक/राजू