the-mercury-dropped-due-to-drizzle-and-north-winds
the-mercury-dropped-due-to-drizzle-and-north-winds

बूंदाबांदी और उत्तरी हवाओं से लुढ़का पारा

ग्वालियर, 01 जून (हि.स.)। रोहिणी नक्षत्र यानी नौपता के गुजरे सात दिनों की अपेक्षा आठवां दिन सबसे ठंडा रहा। सुबह तेज हवाओं के साथ हुई बूंदाबांदी और उसके बाद दिन भर चलीं उत्तरी हवाओं की वजह से अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस पर ही ठहर गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मध्यप्रदेश और उसके आसपास सक्रिय वैदर सिस्टमों के प्रभाव से ग्वालियर-चम्बल अंचल में अगले दो दिनों तक बादलों की आवा-जाही बनी रहेगी। साथ ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। मंगलवार को तड़के करीब पौने पांच बजे से तेज हवाएं चलने लगीं, जिन्होंने आंधी का रूप ले लिया। लगभग आधा घंटे तक चलीं तेज हवाओं के दौरान शहर में चुनिंदा स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई। हालांकि दोपहर में मौसम शुष्क रहा, जबकि दोपहर बाद आसमान में आंशिक बादल नजर आए। इसके साथ ही दिन भर आठ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरी ठंडी हवाएं भी चलती रहीं। इसी कारण बीते सोमवार को जो अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वह मंगलवार को 3.5 डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर 38.1 डिग्री सेल्सियस पर ही ठहर गया, जो औसत से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 2.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 73 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से 38 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 43 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी औसत से 23 प्रतिशत अधिक है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in