पशुपतिनाथ मंदिर पहुंच मार्ग में बाधक मकान को निगम ने तोड़ा
मंदसौर, 05 मार्च (हिस)। नगर पालिका में प्रशासक बनकर बैठे कलेक्टर मनोज पुष्प ने वह कार्य कर दिखाया, जो नगर पालिका में जनता द्वारा चुनी गई परिषदें 9 साल से नहीं कर पा रही थी। शुक्रवार को कार्यवाही करते हुए एसडीएम बिहारी सिंह एवं तहसीलदार मुकेश सोनी ने हीरालाल पुत्र गौरी शंकर राठौर का मकान खाली करवाया गया, जो पुरानी धान मंडी मंदसौर में स्थित था। इस मकान की वजह से महाराणा प्रताप चौराहा से प्रतापगढ़ रोड तक जाना बहुत कठिन कार्य था। इस मकान के खाली हो जाने से प्रतापगढ़ जाने वाले मुख्य मार्ग से महाराणा प्रताप चैराहे को जोडा जाएगा। इस मकान का वर्ष 2012 से शिफ्टिंग की कार्रवाई प्रचलित थीं। मकान की भूमि के बदले में नगर पालिका द्वारा मोतिया खाई में भूखंड दिया जा रहा है। पहले हुई बहस फिर पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग सुबह जब प्रशासन उक्त अतिक्रमण को तोडने पहुंचा तो जो हमेशा अतिक्रमण तोड़ने के समय होता है वहीं सब हुआ। मकान में रहने वाले लोग बाहर आ गये और हंगामा करने लगे आखिर बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और मकान को तोड़ना शुरू किया। वर्ष 2012 से लम्बित था काम, कलेक्टर ने दिखाई गंभीरता महाराणा प्रताप चौराहा से नयापुरा रोड़ को सीधे भगवान पशुपतिनाथ मंदिर से जोड़ने का प्लान दस साल पहले तैयार किया गया था जिसके अंतर्गत तीन ब्रीज भी बनर तैयार हो चुके हैं लेकिन एक मकान जो धानमंडी में स्थित था उसकी वजह से प्लान सफल नहीं हो पा रहा था। वर्ष 2012 से उक्त मकान को तोड़ा जाना था लेकिन राजनीति के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा था। अब जबकि कलेक्टर नगर पालिका में बैठे है तो यह संभव हो पाया है। अब पूर्व में तीनों ब्रीज का उपयोग हो पायेगा और सदर बाजार में यातायात का दबाव कम होगा। एसडीएम बिहारीसिंह ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि बाधा बन रहे मकान को हटाया गया है। कोई विवाद की स्थिति यहां नहीं बनी है। मामूली विरोध जरुर हुआ। मकान मालिक को काफी समय दिया जा चुका था। इससे ज्यादा समय नहीं दिया जा सकता। रहने के लिए मकान मालिक स्वयं व्यवस्था करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार, अशोक झलौया