The bones of Barfani Baba contained in mother Narmada
The bones of Barfani Baba contained in mother Narmada

बर्फानी बाबा की अस्थियां मां नर्मदा में समाहित

अनूपपुर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। परम तपस्वी संत ब्रह्मर्षि बर्फानी दादाजी महाराज का विगत 23 दिसम्बर को अहमदाबाद में देहावसान के बाद अंतिम संस्कार 25 दिसम्बर को बर्फानी धाम मेंहदीपुर बालाजी राजस्थान में किया गया। बाबाजी का मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक के प्रति हमेशा लगाव रहा है। जिसके चलते उनकी अस्थियों को अमरकण्टक के मां नर्मदा के पावन जल में मंगलवार को अरण्डि संगम एवं कपिला संगम घाट में संत महात्मा के मंत्रोच्चारण के बीच समाहित किया गया। बर्फानी बाबा के शिष्य बालयोगी लक्ष्मण दास उनकी अस्ति कलश लेकर अमरकंटक आये और उनको मंगलवार की सुबह 10 बजे अरण्डी संगम नर्मदा तट पर विधि विधान पूर्वक पूजन व पिंडदान कर विसर्जन किया गया, दादा जी के अन्य शिष्य अपने-अपने स्थानों में उनके अस्थि ले जाकर विसर्जन किया गया है। इस दौरान पवित्र नगरी अमरकंटक के संत महात्मा गण श्री महंत रामभूषण दासजी, महामण्लेश्वर हरिहरानंदजी, महाराज स्वामी धर्मानंदजी महाराज, सहित अन्य भक्त उपस्थित होकर बाबाजी के अस्थियों को मां नर्मदा में प्रवाहित कर बाबा जी से आशीर्वाद मांगा। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला-hindusthansamachar.in

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