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बिजली के बिल का झटका देना बंद करो, जून के बढ़े हुए बिलों के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

गुना, 29 जून (हि.स.) । बिजली के बिलों में जून के महीने में उपभोक्ताओं के बिजली के बिलों में आश्चर्यजनक ढंग से भारी भरकम बढोतरी के खिलाफ एसयूसीआई द्वारा बिजली कंपनी के महाप्रबंधक एसपी शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि इस महीने बिजली के बिलों में अचानक वृद्धि की है महीने में दो बार रीडिंग ली गई है जिसमें पहली रीडिंग में कम बिल आया है लेकिन दूसरी रीडिंग में हजारों की संख्या में बिल थमा दिए गए हैं। एक ही महीने के अंदर बिजली के बिलों को कई गुना बढ़ा कर दिया गया है। जबकि पहले एक महीने में एक ही बार बिल आता था। इस बार ये अजीबोगरीब प्रक्रिया अपनाकर दो बार बिल थमा दिए गए हैं। ऐसे समय में जब कोरोना महामारी से आम जनता अपना रोजगार गवां चुकी है, महंगाई चरम रूप ले चुकी है। गरीब मध्यमवर्गीय परिवार की आर्थिक हालात बद से बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं। ऐसे में बिजली विभाग की इस मनमानी से आम जनता आर्थिक रूप से ओर पिस जाएगी। ज्ञापन में बढ़े हुए बिजली के बिलों को वापस लेने की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि मप्र सरकार के द्वारा कोर्ट का हवाला देकर बिजली की दरों में जो वृद्धि की बात कही गई है उसे वापस ली जाए, बिजली संशोधन अधिनियम 2020 को वापस लिया जाए। इसके अलावा बिजली का निजीकरण बन्द करो व बिजली नियामक आयोग द्वारा 70 फीसदी की जा बिजली दरों में वृद्धि की नीति तुरंत वापस लिया जाए। ज्ञापन सौपने वालों में प्रीती पटर्वधन, मनोज रजक, नारायणसिंह, राजुल श्रीवास्तव, परिधि जैन, शोभना श्रीवास्तव शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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