खंडवा, एजेंसी। शहर की दुबे कॉलोनी में रविवार रात 9 बजे एक मकान में हनुमान आरती होने पर पथराव हो गया। घटनास्थल पर पहुंचे सीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। पूरा विवाद मकान को लेकर है। मकान पर दावे को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। मकान में भाजपा पार्षद राजेश यादव बर्थडे मना रहे थे। इसी बीच मकान खरीदने का दावा करने वाला दूसरे समुदाय का व्यक्ति अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया। भाजपा पार्षद और उनके गुट के लोगों का कहना है कि मकान में पुराना मंदिर है। दूसरे पक्ष का कहना है कि ये मकान तीन महीने पहले ही उसने खरीदा है।
दुबे कॉलोनी इलाके में मुंशी चौक पर एक मकान है। रविवार रात इस मकान में आरती की आवाज सुन क्षेत्र में रहने वाला असगर अपने दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचा। घर के अंदर 10-15 लोग आरती कर रहे थे। ये देख असगर और उसके साथी भड़क गए। दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी हुई। लोगों की भीड़ लग गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के सामने ही दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।
मामला नियंत्रण से बाहर होने पर पथराव की सूचना पर पुलिस बल ने अफसरों को सूचना दी। कुछ ही देर में टीआई बलराम सिंह, अशोक चौहान, शिवराम पाटीदार और अन्य अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। तब घर के अंदर आरती हो रही थी। इस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने आपत्ति ली। दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थर मारने का आरोप लगाया है। मौके पर कलेक्टर, एसपी सहित पुलिस बल पहुंचा और भीड़ को हटाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस ने मूर्ति को भिजवाया थाने
जब दोनों पक्षों के लोग सड़क पर बढ़ने लगे तो पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गाड़ी पर लगे माइक से ही धारा 144 की लगी होने की सूचना देकर सभी को घर में रहने की हिदायत दी। भीड़ कम होने के बाद अफसरों ने असगर से मकान को खरीदने की रजिस्ट्री और दूसरे दस्तावेज मंगवाए। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी विवेक सिंह, एएसपी सीमा अलावा, एसडीएम अरविन्द सिंह, सीएसपी पूनमचंद्र यादव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
उन्होंने पुलिस फोर्स के बीच हनुमानजी की मूर्ति को हटवाकर थाने पहुंचाया। फिर, मकान को बंद करवाया। रोड और आसपास जमा पत्थर को निगम की गाड़ी बुलवाकर हटवाया। पुलिस ने इस मामले में भाजपा पार्षद समेत दोनों पक्षों के कई लोगों पर प्रकरण दर्ज किए हैं। एसपी विवेक सिंह का कहना है कि एक प्रॉपर्टी पर धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा था। इसके बाद वहां दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए। दोनों ओर से पथराव किया गया। उन्हें कंट्रोल करने में सीएसपी, टीआई, एएसआई और आरक्षक को चोट आई है। जो लोग जान जानबूझकर ऐसे कृत्य कर रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।